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प्रदेश में अधिकांश निजी बसों के पहिये जाम, एचआरटीसी ने संभाला मोर्चा

राज्य ब्यूरो शिमला हिमाचल प्रदेश में सोमवार को हड़ताल के पहले दिन अधिकांश निजी बसों के

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 May 2021 07:35 PM (IST)Updated: Mon, 03 May 2021 07:35 PM (IST)
प्रदेश में अधिकांश निजी बसों के पहिये जाम, एचआरटीसी ने संभाला मोर्चा
प्रदेश में अधिकांश निजी बसों के पहिये जाम, एचआरटीसी ने संभाला मोर्चा

राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश में सोमवार को हड़ताल के पहले दिन अधिकांश निजी बसों के पहिये थमे रहे, लेकिन लोगों को सुविधा देने के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी)ने मोर्चा संभाला और 280 अतिरिक्त बसें चलाई। कांगड़ा में निजी बस ऑपरेटर संघर्ष समिति के आह्वान पर बसें बंद करने का असर कम हुआ। संघर्ष समिति के अनुसार जिले में आधी से ज्यादा बसें चली। लेकिन, कुल्लू की यूनियन ऑपरेटरों के पक्ष में आ गई। वहां 220 बसें पूरी तरह से बंद रही। यूनियन के जिला अध्यक्ष रजत जम्वाल के अनुसार भूपेश नंदन ऑपरेटर नहीं है और न ही इनके नाम से कोई बस है। नंदन ने दावा किया था कि कुल्लू में कोई हड़ताल नहीं होगी।

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प्रदेश सरकार ने हड़ताली निजी बस ऑपरेटरों को वार्ता का न्योता नहीं दिया है। पहले इनकी प्रधान सचिव केके पंत के साथ बैठक हो चुकी है। इसमें दिए गए आश्वासन पूरी नहीं हो पाए। प्रदेश में 3300 निजी बसें

प्रदेश में 3300 निजी बसें हैं, जबकि रूट 4000 के आसपास हैं। निजी बस ऑपरेटर संघ का दावा है कि पूरे प्रदेश में 90 फीसद ऑपरेटरों ने अपनी बसें नहीं चलाई हैं।

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कांगड़ा जिले में 70 फीसद बसें चली हैं। कुल्लू में भी बसें कम चली है। चंबा भी हड़ताल का कम असर हुआ है। हम सरकार के साथ खड़े हैं। कोरोना काल में हमें सरकार का सहयोग करना चाहिए। जहां तक मांगों का संबंध है, वे बाद में चलती रहेगी। आगे भी हड़ताल में शामिल नहीं होंगे।

-प्रवीण दत्त शर्मा, अध्यक्ष, निजी बस ऑपरेटर संघर्ष समिति।

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हम हड़ताल पर नहीं रहे। सरकार को सहयोग करेंगे। हालांकि अब यह सेक्टर घाटे का सौदा बन गया है। तेल तक का खर्चा पूरा करना मुश्किल हो रहा है।

-हैप्पी अवस्थी, बस ऑपरेटर, कांगड़ा।

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कुल्लू जिले में बसें बंद रहीं। हमारी यूनियन राजेश पराशर के साथ खड़ी है। हड़ताल सफल रही है। अभी हड़ताल खत्म होने वाली नहीं है। सरकार हमारी मांगों पर गौर करें।

-रजत जम्वाल, अध्यक्ष, निजी बस ऑपरेटर यूनियन। मंत्री गोबिद ठाकुर ने लिया निजी बस ऑपरेटरों का पक्ष

पूर्व परिवहन मंत्री एवं मौजूदा शिक्षा मंत्री गोबिद ठाकुर ने निजी बस ऑपरेटरों का पक्ष लिया है। उन्होंने कहा कि इन ऑपरेटरों की मांगे जायज हैं। सरकार की इनके साथ सहानुभूति है। मामला वर्तमान परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर के भी ध्यान में हैं। यह बात सही है कि कोरोना के कारण परिवहन सेक्टर काफी ज्यादा घाटे में है। सरकार को सबकी चिता करनी है। मुख्यमंत्री जयराम कोरोना रोकथाम की दिशा में हर संभव प्रयास कर रहे हैं। एचआरटीसी ने चलाई 280 अतिरिक्त बसें

एचआरटीसी ने सोमवार को 280 बसें अतिरिक्त चलाई। अगर हड़ताल जारी रही तो संख्या में बढ़ोत्तरी की जा सकती है। प्रदेशभर में करीब दो हजार बसें चलीं। हालांकि रविवार और शनिवार की तुलना में ये कई गुना ज्यादा हैं। इंटरस्टेट रूटों पर डेढ़ सौ बसें दौड़ी। पंकज सिघल, महाप्रबंधक, एचआरटीसी (ट्रैफिक ) ने कहा कि निजी बस ऑपरेटरों की हड़ताल से लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इस कारण ये बसें चलाई गईं। हालात के मुताबिक इनमें बदलाव संभव है। बसों में खड़ी सवारियां नहीं ले जा सकेंगे

कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बसों में 50 फीसद सवारियों की क्षमता को लेकर परिवहन विभाग ने मानक संचालन प्रक्रिया यानी एसओपी जारी कर दी हैं। इस संबंध में प्रधान सचिव परिवहन की ओर से आदेश जारी किए गए हैं। इनमें कहा गया कि बसों में खड़ी सवारियां ले जाने की अनुमति नहीं होगी। सीटों की क्षमता का भी आधा ही दोहन हो जाएगा। निजी ऑपरेटर संघ ने दी आमरण अनशन की चेतावनी

निजी बस ऑपरेटर संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश पराशर व महासचिव रमेश कमल ने कहा है कि अगर सरकार मांगों पर गौर नहीं किया तो भूख हड़ताल,आमरण अनशन जैसे कदम उठाए जाएंगे।


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