किराया कम नहीं करेंगे निजी बस ऑपरेटर
बेशक पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी आई हो, लेकिन निजी बस ऑपरेटर बसों के किराये में कोई कमी नहीं करेंगे। निजी बस ऑपरेटर यूनियन के प्रदेश महासचिव रमेश कमल ने कहा कि किराये कम करने के पूर्व मंत्री जीएस बाली की बातों में कोई तर्क नहीं है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : बेशक पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी आई हो, लेकिन निजी बस ऑपरेटर बसों के किराये में कोई कमी नहीं करेंगे। निजी बस ऑपरेटर यूनियन के प्रदेश महासचिव रमेश कमल ने कहा कि किराये कम करने के पूर्व मंत्री जीएस बाली की बातों में कोई तर्क नहीं है। उन्होंने कहा कि बसें चलाने के लिए महंगे कलपुर्जे, बॉडी भी खरीदनी होती है। बढ़े हुए किराये से केवल एचआरटीसी को आंशिक लाभ हुआ था, निजी बस मालिकों को नहीं।
महासचिव ने पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में खरीदी गई जेएनएनयूआरएम की बसों की जांच करवाने की मांग की है। यूनियन का आरोप है कि इन बसों की खरीद के लिए जाली आंकड़ों के आधार पर डीपीआर तैयार की गई थी। अगर सरकार इसकी जांच करती है तो इसमें पूर्व मंत्री बाली समेत कई अधिकारी लपेटे में आएंगे। यूनियन ने कहा कि पूर्व मंत्री ने सत्ता में रहते निजी बस ऑपरेटरों के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया।
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शंकर सिंह ने भी बोला हमला हिमाचल परिवहन मजदूर संघ के प्रदेशाध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर ने भी जीएस बाली के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यहां जारी बयान में उन्होंने कहा कि अब पूर्व मंत्री खोई हुई प्रतिष्ठा को सुधारने के लिए हाथ-पैर मार रहे हैं। बाली एक साल बाद भी हार से नहीं उबर पाए हैं। पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पहली बार कर्ज लेकर सैकड़ों बसों की खरीद की गई, जबकि इनकी जरूरत नहीं थी। एक इलेक्ट्राॉनिक बस एक करोड़ 91 लाख में खरीदी, यही बस अब सरकार ने 76 लाख में खरीदी है। शंकर ने महंगी खरीद पर सवाल उठाए हैं।