निजी बसों की हड़ताल, निगम ने संभाला मोर्चा
------- लाइव रिपोर्ट स्थान- लक्कड़ बाजार बस स्टैंड। समय- सुबह 10.45 बजे। दिन-सोमवार जागरण
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लाइव रिपोर्ट
स्थान- लक्कड़ बाजार बस स्टैंड।
समय- सुबह 10.45 बजे।
दिन-सोमवार
जागरण संवाददाता, शिमला : बस स्टैंड में अप्पर शिमला, किन्नौर और करसोग जाने वाली हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की बसें सवारियों के इंतजार में खड़ी थीं। परिचालक सवारियों के लिए आवाज लगा रहे। एकाएक संजौली से निगम की बस पहुंची और सवारियां उतरने लगीं। साथ ही पुराना बस स्टैंड की ओर से निगम की बस वर्षाशालिका के पास रूकी। दोनों बसों की सवारियां लक्कड़बाजार बस स्टैंड में खड़ी बसों की ओर बढ़ने लगे। सामान्य दिनों में संजौली व पुराना बस स्टैंड की ओर से वाया लक्कड़बाजार रूट पर बसों की कम आवाजाही रहती है। इसलिए इस रूट पर चलने वाली अधिकतर बसों में ओवरलोडिग दिखाई देती थी, लेकिन सोमवार को हर पांच से सात मिनट में सरकारी बसों की आवाजाही हो रही थी। वहीं निजी बसों के पहिये थमे रहे।
शिमला में निजी बस ऑपरेटरों की हड़ताल शुरू हो गई है। मांगों को मनवाने के लिए ऑपरेटरों ने सरकार के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है। ऐसे में सोमवार से एचआरटीसी ने मोर्चा संभाला। शहरभर के दर्जनों रूटों पर एचआरटीसी ने अतिरिक्त बसें चलाई और लोगों को परेशानी से बचाया। ऑकलैंड टनल, लक्कड़बाजार, बीएसीएस, खलीनी, विकासनगर, छोटा शिमला सहित कई उपनगरों में एचआरटीसी बसें लोगों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए लगातार चल रही थीं। बसों के लिए लोगों को अधिक देर तक इंतजार नहीं करना पड़ा। शहर में 110 निजी बसों के पहिये जाम रहे, इसकी भरपाई के लिए निगम की बसों ने शहर में ही 120 अतिरिक्त रूट लगाए।
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सरकारी बस का मिला विकल्प
कार्यदिवस होने के कारण अप्पर शिमला और किन्नौर की ओर जाने वाली बसों में भीड़ नहीं देखी गई। शारीरिक दूरी के नियम के साथ सवारियां बैठाई गई थीं। हालांकि निजी बसें चलने की चाह में कई लोग बस स्टैंड में इंतजार करते रहे लेकिन सरकारी बस का विकल्प मिलने के बाद उनकी समस्या हल हो गई। चायल की ओर जाने वाले कृष्ण कुमार और सुनीता देवी ने बताया कि जानकारी न होने के कारण निजी बस का इंतजार कर रहे थे लेकिन आधे घंटे में सरकारी बस मिलने वाली है तो दिक्कत नहीं आएगी।