कंडा जेल में बंदियों को किया जागरूक
जागरण संवाददाता, शिमला : ज्योति जागृति संस्थान शिमला की ओर से आदर्श केंद्रीय कारागार कंडा म
जागरण संवाददाता, शिमला : ज्योति जागृति संस्थान शिमला की ओर से आदर्श केंद्रीय कारागार कंडा में दूसरे दिन भी बंदियों को जागरूक किया गया। संस्थान की ओर से आशुतोष महाराज के शिष्य स्वामी विज्ञानानंद ने बताया कि आधुनिक वैज्ञानिक युग में जहां भौतिक सुख-सुविधाओं का विकास हुआ है, वहीं मनुष्य की आतरिक एवं आत्मिक क्षमताओं का हनन हो रहा है। इसके परिणामस्वरूप समाज में भ्रष्टाचार, अनैतिकता, अज्ञानता और आतंकवाद बढ़ रहा है। स्वामी ने कर्म की तात्विक परिभाषा दी। उन्होंने कहा कि योग योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण की श्रीमद्भगवद् गीता कर्म की सार्थकता को पूर्णत: सिद्ध करती है। आवश्यकता इस बात की है कि जगत गुरु कृष्ण की तरह हमारे जीवन में भी ऐसे गुरु आएं जो अर्जुन की तरह हमारे भीतर तत्व रूप में ईश्वर का साक्षात्कार करवा दें। बाहरी समाज मनुष्य के अंत:करण के वैचारिक जगत का ही प्रतिबिम्ब है। मनुष्य का अंत:करण सुन्दर होने से सुंन्दर परिवार, परिवार से समाज, समाज से राष्ट्र और राष्ट्र से सुन्दर विश्व की संरचना की जा सकती है। कारागार अधीक्षक सुशील ठाकुर ने कार्यक्रम के अंत में संस्थान का आभार व्यक्त किया। स्वामी हरिचरणानंद वीरेन्द्र व हरी ने देशभक्ति गीत गाकर बंदियों का मार्गदर्शन किया।