फर्जी डिग्री घोटाले में बड़ी कार्रवाई की तैयारी
फर्जी डिग्री घोटाले में सीआइडी की विशेष अन्वेषण टीम (एसआइटी) बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : फर्जी डिग्री घोटाले में सीआइडी की विशेष अन्वेषण टीम (एसआइटी) बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है। इस संबंध में चार टीमें गठित की गई हैं और अन्य राज्यों में जल्द दबिश दी जाएगी। सोलन के सुल्तानपुर स्थित मानव भारती निजी विश्वविद्यालय के इस घोटाले की जांच एक साथ कई एजेंसियां कर रही हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अलावा आयकर विभाग भी जांच में जुटा है। इस मामले में पहले पुलिस की एसआइटी ने जांच की थी लेकिन कोरोना काल के कारण अन्य राज्यों में जांच नहीं हो पाई। हालांकि राजस्थान के माधव विश्वविद्यालय में दबिश दी गई थी। वहां मुख्य आरोपित राजकुमार राणा को भी ले गए थे। वही वहां के विश्वविद्यालय के भी मालिक हैं। आरोपित के बैंक खातों को भी सीज किया गया था लेकिन हिमाचल आते ही पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को क्वारंटाइन होना पड़ा था। अब भी एसआइटी फॉरेंसिक विशेषज्ञों की मदद लेगी। पहले भी इनकी सेवाएं ली गई थीं। डिग्रियों के रिकॉर्ड की छानबीन करने के दौरान टीम पुलिस के साथ रही थी। फर्जी डिग्री घोटाले की जांच के लिए 19 सदस्यों की टीम गठित की गई है। इसकी अध्यक्षता एडीजीपी (सीआइडी) एन वेणुगोपाल कर रहे हैं। एपीजी विश्वविद्यालय की डिग्रियों की भी जांच
सीआइडी शिमला के एपीजी विश्वविद्यालय की डिग्रियों की भी जांच कर रही है। यह अलग जांच टीम है। इसे फॉरेंसिक प्रयोगशाला से रिपोर्ट का इंतजार है। टीम ने पिछले दिनों विश्वविद्यालय परिसर में दबिश देकर कई अहम रिकॉर्ड और कंप्यूटरों की हार्डडिस्क कब्जे में ली थीं। इन हार्डडिस्क को फॉरेंसिक परीक्षण के लिए जुन्गा भेजा गया था। जैसे ही रिपोर्ट आएगी, कई नए जानकारियां सामने आएंगी।