महिलाओं को उनके अधिकार बताएगी शिमला पुलिस
जागरण संवाददाता शिमला ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं को उनके मौलिक और कानून
जागरण संवाददाता, शिमला : ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं को उनके मौलिक और कानूनी अधिकारों के प्रति पुलिस जागरूक बनाएगी। इसके लिए शिमला पुलिस जिले में जागृति अभियान शुरू करेगी। इसके तहत महिलाओं को जागरूक करने के लिए पुलिस के जवान उनके घर पहुंचेंगे।
इस अभियान के माध्यम से गांव में जाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा। महिलाओं को बताया जाएगा कि उनके मौलिक और कानूनी अधिकार क्या हैं। अभियान में ऐसी महिलाएं जो एसिड अटैक का शिकार होती हैं तो उसके लिए मुआवजा राशि का क्या प्रावधान है। वह कैसे अपनी कानूनी लड़ाई लड़ सकती हैं। इसके अलावा एकल नारी, विधवा या अपने पति से कोई अलग रह रही है तो उनके क्या अधिकार हैं, कहां से उन्हें सहायता मिल सकती है इसके बारे में जागरूक किया जाएगा। आशा वर्कर व आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ता की भी ली जाएगी मदद
पुलिस अपने इस अभियान में आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं, नेहरू युवा केंद्रों के अलावा अन्य संस्थाओं को भी जोड़ेगी। गांव में ऐसे परिवार जो गरीबी रेखा से नीचे रहते हैं यानी बीपीएल या सदस्य उनके लिए भी राज्य और केंद्र सरकार की क्या योजनाएं हैं, इसके बारे में बताया जाएगा। अभियान के माध्यम से केंद्र और राज्य सरकार की लोगों के लिए शुरू की गई योजनाओं के बारे में भी बताया जाएगा। झगड़ों में भी लाई जा सकेगी कमी
आने वाले दिनों में पुलिस की यह टीमें विभिन्न गांवों में जाकर वहां लोगों विशेषकर महिलाओं को कानूनी सलाह देने का अभियान चलाएंगी। कार्यक्रम के माध्यम से जहां लोगों को कानूनी प्रक्रिया की जानकारी मिलेगी वहीं कानूनी व अन्य झगड़ों में कमी आने की संभावना है। लोगों को जागरूक करना मुख्य उद्देश्य
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीर ठाकुर ने कहा कि अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका और उनके योगदान को सम्मान प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तीकरण और अधिकारों को बचाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हर थाने और चौकी से एक महिला और एक पुरुष कांस्टेबल को इस अभियान में शामिल किया गया है। उनके लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण का भी आयोजन किया गया था।