खनेरी अस्पताल में मरीजों की सेहत के साथ हो रहा खिलवाड़
महात्मा गांधी चिकित्सा सेवा परिसर खनेरी में एक बार फिर से अव्यवस्था देखने को मिली है। यहां पर अस्पताल की छत पर लगी पानी की टंकियों में बंदर पानी पी रहे हैं।
संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर : महात्मा गांधी चिकित्सा सेवा परिसर खनेरी में एक बार फिर से अव्यवस्था देखने को मिली है। अस्पताल की छत पर पीने के पानी और अन्य टैंकों में अंदर जाकर बंदर पानी पीकर इसे दूषित कर रहे हैं, जिससे लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ हो रहा है। हैरानी की बात है कि अस्पताल प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान ही नहीं है। पानी की इन टंकियों को न तो ताला लगाकर बंद किया गया है और न ही किसी अन्य तरह से इन्हें बांधा गया है। इसके कारण रोजाना बंदर इन टैंकों को दूषित कर रहे हैं और अस्पताल में भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
खनेरी अस्पताल में ढाई सौ मरीजों को दाखिल करने की व्यवस्था है। लोग अस्पताल प्रशासन पर अस्पताल भवन की छत पर लगी पीने के पानी टंकियों का उचित रखरखाव न होने का आरोप लगा रहे हैं। जबकि किसी को भी यह नहीं पता कि कब से अस्पताल की इन टंकियों के ढक्कन खुले हैं और बंदर इनसे पानी पी रहे हैं। अस्पताल में यदि किसी किस्म की मरीजों को दिक्कत हो जाए तो इसका जिम्मेदार कौन होगा, ऐसे आरोप अस्पताल प्रशासन पर आम लोग लगा रहे हैं।
लोगों का आरोप है कि अस्पताल में टैंकों की देखरेख व साफ-सफाई समय-समय पर होनी चाहिए। इस पानी को रोजाना सैकड़ों मरीज और अन्य लोग पी रहे हैं, ऐसे में यदि कोई गंभीर बीमारी का शिकार हो जाए तो इसका जिम्मेदार कौन होगा, यह प्रशासन के लिए सबसे बड़ा सवाल है। लोगों ने समय-समय पर टंकियों की सफाई की मांग उठाई
लोगों ने अस्पताल प्रशासन से समय-समय पर टंकियों की सफाई की मांग की है। टंकियों में पानी की सफाई समय पर की जानी चाहिए, तभी जानकारी होगी कि टंकियों के ढक्कन टूटे हैं या बंदरों ने उखाड़ कर फेंक दिए हैं। यदि बंदरों ने ढक्कन हटा दिए हैं तो पानी की टंकियों में कोई बंदर या अन्य परिदा या कुछ और तो नहीं है जिससे पानी दूषित हो रहा है। इससे संक्रमण फैल सकता है। इस बात की जानकारी नहीं है, लेकिन मामला ध्यान में लाया गया है तो आज ही सारी जांच कर टैंकों को अच्छी तरह से बंद किया जाएगा। पानी के खुले टैंकों की सफाई भी करवाई जाएगी।
- डा. प्रकाश दरोच, एमएस खनेरी अस्पताल।