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पीएचसी ट्रहाई में पांच साल से नहीं चिकित्सक

जागरण संवाददाता शिमला मशोबरा के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) ट्रहाई में पांच साल

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Jun 2020 05:12 PM (IST)Updated: Wed, 17 Jun 2020 05:12 PM (IST)
पीएचसी ट्रहाई में पांच साल से नहीं चिकित्सक
पीएचसी ट्रहाई में पांच साल से नहीं चिकित्सक

जागरण संवाददाता, शिमला : मशोबरा के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) ट्रहाई में पांच साल से सेवादार के सहारे चल रहा है। डॉक्टर व अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ न होने के कारण तीन पंचायतों के लोगों को विशेषकर लॉकडाउन के दौरान दिक्कत पेश आ रही है।

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पीएचसी ट्रहाई का उद्घाटन तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने 16 अप्रैल 2016 को किया था। परंतु पांच साल में कोई भी चिकित्सक और पैरा मेडिकल स्टाफ के पद स्थायी रूप से नहीं भरे हैं। करीब दो साल पहले सरकार ने चिकित्सक की नियुक्ति की थी परंतु चिकित्सक ने अपनी अस्थायी ड्यूटी शिमला में लगा दी जाती है और वेतन पीएचसी ट्रहाई के खाते से ड्रॉ किया जा रहा है।

जनवरी में लोगों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिलकर स्थायी चिकित्सक नियुक्त करने की मांग की थी। उसके बाद चिकित्सक सप्ताह में दो बार बैठने लगे थे परंतु पिछले चार माह से कोई भी चिकित्सक उपलब्ध नहीं है। जिस कारण इस क्षेत्र के लोगों को छुटपुट बीमारी के इलाज के लिए शिमला या सोलन जाना पड़ता है। इसकी एवज में भारी भरकम किराया अदा करना पड़ता है। स्थानीय लोगों ने सरकार से पीएचसी में स्थायी चिकित्सक की नियुक्ति करने की मांग की है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी शिमला डॉ. सुरेखा चोपड़ा ने बताया कि उन्हें इस बारे कोई जानकारी नहीं है और पीएचसी में डॉक्टर को भेजने के लिए शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।


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