महंगाई के जख्म पर किराया बढ़ोतरी का नमक
प्रदेश सरकार ने बस किराया बढ़ा दिया है।
जागरण संवाददाता, शिमला : प्रदेश सरकार ने बस किराया बढ़ा दिया है। तीन किलोमीटर के सफर के लिए अब न्यूनतम किराया छह रुपये होगा। इससे यात्रियों की जेब पर असर पड़ेगा। सरकार ने निजी बस ऑपरेटरों की मांग को तो पूरा कर दिया है, लेकिन जनता की नाराज हो गई है। पहले ही महंगाई की मार झेल रही जनता की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ने वाला है। लोगों का कहना है कि सरकार उनकी परेशानिया बढ़ाने में लगी हुई है। लोगों का मानना है कि आय में तो बढ़ोतरी हो नहीं रही, लेकिन महंगाई दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। जनता ने सरकार के इस फैसले को गलत ठहराया है। सरकार के बस किराया बढ़ाने के फैसले पर शहर के कुछ लोगों से बातचीत की।
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मेरे दोनों बच्चे बस से स्कूल आते-जाते हैं और किराया बढ़ने से उनकी आर्थिक स्थिति पर असर पड़ेगा। सीमित आय के साथ घर चलाना व बच्चों की दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्हें अपना हाथ और तंग करना पड़ेगा।
-शैली, लोअर कैथू।
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सरकार का फैसला गलत है। सरकार द्वारा दिखाए गए आकड़ों व हकीकत में तथ्यों में जमीन-आसमान का अंतर है। सरकार जनता की आंखों में धूल झोंक रही है।
-नरेश, व्यापारी।
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बसों का किराया बढ़ाना गलत है। जनता पर लगातार महंगाई की मार पड़ रही है और सरकार अपने मूल उद्देश्य सबका साथ सबका विकास से भटक गई है।
-अरुण विल्सन, वरिष्ठ नागरिक।
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मैं सरकार के फैसल के खिलाफ हूं। प्रदेश सरकार ने सत्ता में आने से पहले बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन आज उसके सभी दावे खोखले साबित हो रहे हैं। महंगाई कम होने की बजाए अनियंत्रित हो गई है।
-सिया करोल।
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किराया बढ़ने से घर आना-जाना ही कम करना पड़ेगा। न्यू शिमला में घर होने से खासी परेशानी उठानी पड़ेगी, क्योंकि प्रदेश विवि एक दिन नहीं पूरा साल जाना है तो किराया बढ़ाने से जेब पर असर पड़ेगा।
-प्रियंका, छात्रा प्रदेश विवि।