कर्फ्यू लगने से पहले लोगों ने किया गांव का रुख
शहर के लक्कड़बाजार बस स्टैंड में हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) काउंटर से उद्घोष
शहर के लक्कड़बाजार बस स्टैंड में हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) काउंटर से उद्घोषक यात्रियों को टिकट लेने के लिए काउंटर पर आने की सलाह दे रहे थे। बस स्टैंड में नेरवा, करसोग, रामपुर और ठियोग की ओर जाने के लिए चार बसें सवारियों के इंतजार में खड़ी थीं। कंडक्टर सवारियों को बुलाने के लिए आवाजें लगा रहे थे। कोरोना कर्फ्यू लगने से पहले गांव की ओर जाने वाले लोगों की भीड़ लगी हुई थी।
वहीं काउंटर के समीप अपने गंतव्य की ओर जाने वाली बस का पता करने के लिए लोगों की भीड़ जुट रही थी। पीठ में बैग लिए लोग काउंटर के पास टिकट लेने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। कर्फ्यू के डर से लोग अपने गांव की ओर जाने के लिए यहां पहुंचे थे।
जागरण संवाददाता, शिमला।
शारीरिक दूरी के नियम का नहीं हुआ पालन
बस स्टैंड में निजी टैक्सियों से भी लोग लंबे रूट वाली बसों के लिए यहां पहुंच रहे थे। टैक्सियों में भी उचित शारीरिक दूरी के नियमों का पालन नहीं हो रहा था। ऐसे में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। प्रदेश सरकार ने कोरोना के खतरे को देखते हुए कोरोना कर्फ्यू लागू करने का फैसला लिया है। इसलिए कर्फ्यू लगने से पहले ही लोग गांव की ओर चल दिए। बस स्टैंड में जगह की कमी
लक्कड़बाजार बस स्टैंड में अपर शिमला, किन्नौर, आनी और करसोग की ओर जाने वाली कई बसें सुबह से शाम तक खड़ी रहती हैं। बस स्टैंड में जगह कम होने की वजह से सवारियों को एक कोने में खड़े रहकर बसों का इंतजार करना होता है। आए दिन बसों के समीप लोगों की भीड़ लगी रहती है और उचित शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं हो पाता है। साथ ही बस स्टैंड में बैठने की भी उचित व्यवस्था नहीं है। ऐसे में लोगों को जमीन पर बैठकर या खड़े रहकर बसों का इंताजर करना होता है।