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कोटखाई मामला : माता-पिता ने मुख्यमंत्री से मांगा इंसाफ

कोटखाई प्रकरण में मृतका के माता- पिता ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई है। वीरवार को पीड़ित परिवार ने राज्य सचिवालय में सरकार के मुखिया से मुलाकात की। यह मुलाकात दोपहर बाद साढ़े चार बजे हुई। इस दौरान छात्रा की मां ने कहा कि बेटी को अकेला नीलू नहीं मार सकता थ। वह अपराध में जरूर संलिप्त होगा। शव को ठिकाने लगाने में वह शामिल रहा होगा। लेकिन हमें शक है कि इस वारदात को तीन- चार लोगों से अंजाम दिया। पिता ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमत्री के फेसबुक अकाउंट से संदिग्धों के पहले फोटो वायरल कैसे हो गए? किसने ये फोटो वायरल किए? बाद में इन्हें डिलीट क्यों किया गया? सीबीआइ ने अधूरा सच ही सामने लाया है। पहले हमने पुलिस पर भरोसा किया। फिर एसआइटी गठित हुई। बाद में केस सीबीआइ के हवाले किया गया। देश की सब

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 Nov 2019 10:06 PM (IST)Updated: Fri, 29 Nov 2019 06:19 AM (IST)
कोटखाई मामला : माता-पिता
ने मुख्यमंत्री से मांगा इंसाफ
कोटखाई मामला : माता-पिता ने मुख्यमंत्री से मांगा इंसाफ

राज्य ब्यूरो, शिमला : कोटखाई में छात्रा से दुष्कर्म एवं हत्या प्रकरण में मृतका के माता-पिता ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई है। वीरवार को पीड़ित परिवार ने राज्य सचिवालय शिमला में मुख्यमंत्री से मुलाकात की। यह मुलाकात दोपहर बाद साढ़े चार बजे हुई।

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छात्रा की मां ने कहा कि बेटी को अकेला नीलू नहीं मार सकता था। वह अपराध में जरूर संलिप्त होगा। शव को ठिकाने लगाने में वह शामिल रहा होगा लेकिन हमें शक है कि इस वारदात को तीन-चार लोगों से अंजाम दिया है। पिता ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री के फेसबुक अकाउंट से संदिग्धों के फोटो पहले वायरल कैसे हो गए थे? ये फोटो किसने वायरल किए व बाद में इन्हें डिलीट क्यों किया गया? सीबीआइ ने अधूरा सच सामने लाया है।

उन्होंने कहा कि पहले हमने पुलिस पर भरोसा किया और फिर एसआइटी गठित हुई। बाद में केस सीबीआइ के हवाले किया गया। देश की सबसे बड़ी एजेंसी पर भी हमने विश्वास किया लेकिन पता नहीं चला पाया है कि असली गुनहगार कौन है? सूरज हत्या केस में फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने भी संभावना जताई है कि छात्रा के साथ दुष्कर्म व हत्या मामले में एक से ज्यादा आरोपित हो सकते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि वह इस मामले में हाईकोर्ट के सिटिग जज से जांच करवाएं। सीबाआइ से केस नहीं सुलझा है। ऐसे में केस राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को सौंपा जाए।

मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया कि सरकार पीड़ित परिवार को जरूर न्याय दिलाएगी। उधर, परिजनों का कहना है कि सरकार कोई न कोई कदम जरूर उठाएगी। उन्हें मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद ऐसी उम्मीद बंधी है।


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