रिपन में जल्द लगेगा दूसरा आक्सीजन प्लांट
क्षेत्रीय अस्पताल रिपन में जल्द दूसरा आक्सीजन प्लांट स्थापित होगा।
जागरण संवाददाता, शिमला : क्षेत्रीय अस्पताल रिपन में जल्द दूसरा आक्सीजन प्लांट स्थापित होगा। इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं। दिल्ली से इंजीनियर्स की टीम आकर अस्पताल में दूसरा प्लांट लगाने के लिए जगह फाइनल करेगी। कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर की आशंका के चलते अस्पताल प्रशासन दूसरा प्लांट लगाने की तैयारी में जुटा है।
अस्पताल के पुराने भवन के समीप दूसरा प्लांट लगया जाएगा। इसमें तीन घंटे के भीतर 1000 लीटर आक्सीजन का उत्पादन होगा। इससे अस्पताल के सभी वार्डो में पर्याप्त आक्सीजन सप्लाई उपल्ब्ध हो सकेगी।
अस्पताल परिसर में प्लांट स्थापित करने के लिए पार्किग की जगह खाली करने के बाद जगह उपलब्ध करवाई गई है। अस्पताल में आक्सीजन प्लांट स्थपित न होने तक रिपन अस्पताल को आक्सीजन की सप्लाई इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) या नेरचौक मेडिकल कालेज से मंगवानी होती थी। आक्सीजन की उपलब्धता कम होने के कारण सिलिंडरों के आर्डर देरी से पहुंचते थे। ऐसे में मरीजों को आइजीएमसी रेफर करने की नौबत पड़ जाती है।
रिपन अस्पताल के एमएस डा. रविद्र मोक्टा का कहना है कि अस्पताल परिसर में दूसरा आक्सीजन प्लांट जल्द स्थापित कर दिया जाएगा। रामपुर, रोहड़ू और सुन्नी में भी लगेंगे प्लांट
जिला प्रशासन शिमला व स्वास्थ्य विभाग कोरोना के संभावित खतरे को देखते हुए रामपुर, रोहड़ू और सुन्नी में आक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी में है। इन क्षेत्रों के अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट लगने से ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को आक्सीजन की कमी नहीं होगी और मरीज को आइजीएमसी रेफर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके अलावा इन अस्पतालों में कोरोना से निपटने के लिए जरूरी उपकरण व दवाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। शहरी विकास मंत्री ने दिए थे अपना प्लांट लगाने के निर्देश
पिछले साल शिमला में कोरोना का फैलाव तेजी से बढ़ रहा था। इसी बीच जब रिपन में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही थी और उन्हें आक्सीजन की अधिक जरूरत पड़ रही थी। इस दौरान शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने अस्पताल प्रबंधन व स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक की थी। बैठक में आइजीएमसी प्रशासन से आक्सीजन की कमी पूरा करने को कहा गया था। उन्होंने रिपन अस्पताल प्रशासन को अपना प्लांट स्थापित करने के निर्देश दिए थे। अब आइजीएमसी की तर्ज पर रिपन के पास भी आक्सीजन के दो प्लांट होंगे।