अस्पताल में घटी ओपीडी, पसरा सन्नाटा
सिविल अस्पताल ठियोग परिसर में सोमवार के दिन अकसर अधिक भीड़ रहती है ल
सुनील ग्रोवर, ठियोग
सिविल अस्पताल ठियोग परिसर में सोमवार के दिन अकसर अधिक भीड़ रहती है लेकिन कोरोना संक्रमण बढ़ने से हर जगह सनाट्टा छाया हुआ है। ओपीडी भवन के दरवाजे पर अपना चेकअप करवाने के लिए पंजीकरण करवाना अनिवार्य किया गया है। पंजीकरण रजिस्टर में नाम, पता और मोबाइल नंबर लिखा जाता है। 10 बजते-बजते ओपीडी में सात डाक्टर अपने-अपने कक्ष में बैठ चुके हैं लेकिन 20 मिनट के इंतजार के बाद पहला मरीज अपना चेकअप करवाने पहुंचता है। 10:30 बजे तक 26 मरीजों ने अपना पंजीकरण करवाया है और 12 बजे तक यह संख्या 49 हो चुकी है।
कोरोना वायरस से पहले रोजाना मरीजों की संख्या 350-400 के लगभग पहुंच जाती थी। आज परिसर में सुरक्षा गार्ड की ड्यूटी दे रहे शिवम भी खाली नजर आ रहे हैं। आम दिनों में परिसर में पार्किंग और एंबुलेंस आने जाने के लिए व्यापक जगह मुहैया करवाने में इनका पसीना निकल जाता था।
कोई नहीं आया टेस्ट करवाने
टेस्ट करवाने वाली जगह में भी सन्नाटा पसरा हुआ है। छैला से अल्ट्रासाउंड करवाने वाली प्रीति भीड़ कम होने से खुश नजर आ रही हैं। उनसे पहले सिर्फ एक अन्य महिला अपनी जांच करवाने भीतर गई है। जांच करने का जिम्मा डाक्टर नेहा के पास है। डॉ. नेहा के कहा आम दिनों में 11:30 बजे तक 20 से 25 लोगों की जांच हो जाती थी लेकिन आजकल लोग कम आ रहे हैं। दूसरी ओर लैब टेक्नीशियन दवेंद्र टेक्टा के पास लोग शुगर और अन्य जरूरी टेस्ट करवाने ही पहुंच रहे थे। एक्सरे करने वाले रेडियोग्राफर कांशीराम ने भी 12 बजे सिर्फ चार लोगों के ही एक्सरे किए जबकि बाकि दिनों में यह संख्या 30 और 35 के बीच रहती थी।
कोरोना प्रोटोकॉल का रखा जा रहा पूरा ध्यान
अस्पताल परिसर में प्रवेश करने से पहले हरेक व्यक्ति को सैनिटाइजर इस्तेमाल करने को कहा जा रहा है। ओपीडी में इंतजार करने वालों के लिए बैठने के लिए लगाई गई कुर्सियों में शारीरिक दूरी रखने के लिए निर्देश लगाए गए हैं। डाक्टर के कमरे में भी एक ही व्यक्ति को प्रवेश करने की अनुमति देने के निर्देश चिपकाए गए हैं।
जन औषधी केंद्र में गिने-चुने लोग
अस्पताल परिसर में सिविल सप्लाई और जन औषधी दवा की दुकानों पर गिने-चुने ही लोग दवा खरीदने के लिए खड़े दिखाई दिए। संचालक इंद्र ठाकुर के अनुसार बाकी दिनों की तुलना में 30 से 40 फीसद लोग ही इलाज करवाने और दवा लेने पहुंच रहे हैं। वह बताते हैं कि इन दिनों कोरोना से संबंधित ऑक्सीमीटर, सैनिटाइजर विटामिन-सी, मास्क, बुखार और एंटीबायोटिक दवाओं की अधिक बिक्री हो रही है।
टीकाकरण में आई कमी
टीकाकरण केंद्र में टीका लगवाने के लिए 18 वर्ष से ऊपर के लोग पहुंचना शुरू हो गए हैं। 10:30 बजे तक 16 लोगों का टीकाकरण किया गया। पिछले तीन दिनों में टीका लगवाने वाले लोगों की संख्या में भी कमी आई है। सेंटर में स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे कर्मचारी बताते हैं कि बाजार और परिवहन सेवाएं बंद होने के बाद टीकाकरण की संख्या में गिरावट दर्ज हुई है। 12 बजे तक यह संख्या बढ़कर 27 हो चुकी थी।
----------------------
अस्पताल में कोरोना से निपटने के लिए सभी जरूरी संसाधन मौजूद हैं। अस्पताल में 16 आक्सीजन सिलेंडर, चार मशीनें, पीपी किट, ऑक्सीमीटर व अन्य जरूरी दवाइयों की पूरा मात्रा उपलब्ध हैं। लोगों को नए स्ट्रेन से आ रही मुश्किलों से बचने के लिए अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण के लिए आगे आना चाहिए। यदि किसी भी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण दिखाई दें तो घर पर इलाज का जोखिम न उठाएं डाक्टरी सलाह अवश्य लें।
- दलीप टेक्टा, एसएमओ, सिविल अस्पताल ठियोग।