गाड़ी बेचने के नाम पर 1.20 लाख की ऑनलाइन ठगी
ठियोग थाना के तहत पड़ने वाले पराला में गाड़ी बचने के नाम पर ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है।
जागरण संवाददाता, शिमला : ठियोग थाना के तहत पड़ने वाले पराला में गाड़ी बेचने के नाम पर ऑनलाइन ठगी की गई है। ढाली गांव के हेतराम मेहता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने गाड़ी बेचने का एक विज्ञापन देखा। इसमें दिए गए नंबर पर फोन किया। विज्ञापन देने वाले व्यक्ति ने कहा था कि यह आर्मी की गाड़ी है और पांच हजार किलोमीटर चली हुई है। इसके बाद बातचीत के बाद उसने एक लाख 20 हजार रुपये बैंक अकाउंट में डालने की बात कही। हेतराम मेहता ने कहा कि उसने अकाउंट में पैसे ऑनलाइन भेज दिए। लेकिन उसके बाद शातिर का फोन बंद है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधीक्षक ओमापति जम्वाल ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। कर्फ्यू के दौरान भी ऑनलाइन गिरोह सक्रिय
राजधानी शिमला में कर्फ्यू के दौरान भी ऑनलाइन ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय है। शातिर नए-नए तरीके ईजाद कर लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। प्रोफेशनल लोगों, डॉक्टर और अध्यापकों को झांसा देकर इनके अकाउंट से लाखों रुपये निकाले जा रहे हैं। इस साल मार्च महीने तक करीब 50 मामले ऑनलाइन ठगी के दर्ज हो चुके हैं। पुलिस केवल मामला दर्ज करने तक ही सीमित है। इसमें रिकवरी नाममात्र की है। ये बरतें सावधानी
-डेबिट, क्रेडिट और एटीएम कार्ड किसी से शेयर न करें।
-खरीदारी के वक्त कार्ड अपने सामने स्वाइप करें, पिन खुद ही डालें, लिमिट्स को कम रखें, एसएमएस अलर्ट को चालू रखें।
-ट्रांजेक्शन गड़बड़ी पर बैंक को लिखित में शिकायत दें। इसमें किसी भी तरह की देरी न करें।
-स्टेटमेंट को हर तीन दिन में जांचें। नेट पर कार्ड के जरिए पेमेंट केवल वेबसाइट पर करें।
-अपने मोबाइल वॉलेट का चयन सावधानी से करें। नियम और शर्ते जरूर पढ़ें, इंटरनेट पर वॉलेट के कस्टमर रिव्यू पढ़ें।
-मोबाइल एप को सुरक्षित जगह से डाउनलोड करें, जैसे कि प्ले स्टोर।