कोरोना चरम पर, प्रशासन फील्ड में
शहर में कोरोना के चरम पर आते ही जिला प्रशासन सड़क पर उतर आया।
जागरण संवाददाता, शिमला : शहर में कोरोना के चरम पर आते ही जिला प्रशासन फील्ड में उतर आया है। बुधवार को अवकाश के बावजूद उपायुक्त से लेकर शिमला जिला का पूरा प्रशासनिक अमला फील्ड में रहा। दोपहर लगभग 12 बजे के बाद से लेकर चार बजे तक प्रशासन के अधिकारी शिमला में बाजार से लेकर मुख्य बस अड्डे पर रहे।
बस अड्डे के पास की दुकानों में कारोबारियों से लेकर आम जनता नियमों का पालन कर रही है या नहीं, इसकी जांच की गई। जिन लोगों ने नियमों की अनदेखी जानबूझ कर की, उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए चालान किए गए। दुकानदारों, बसों में यात्रियों के अलावा आम शहरी को कोरोना नियमों के प्रति जागरूक किया गया। उपायुक्त ने बस चालकों व परिचालकों में नियमों की जांच के साथ बसों में क्षमता से 50 फीसद से ज्यादा सवारियां तो नहीं हैं, इसकी जांच की। नियमों का पालन न करने वाले बस संचालकों के चालान किए गए। उपायुक्त आदित्य नेगी ने कहा कि बस में क्षमता से 50 फीसद से ज्यादा सवारिया न बैठाई जाएं। नियम तोड़ने पर कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान एडीसी अपूर्व देवगन, एमडीएम, एसडीएम सहित पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। 50 फीसद से ज्यादा सवारियां बैठाने पर चालान
पुराने बस अड्डे पर कुछ निजी बसों में क्षमता से अधिक सवारियों को बैठाया गया था। इन सवारियों को मौके पर नीचे उतारने के आदेश दिए गए। जिन बसों में प्रशासन की ओर से पहले भी चेकिंग की गई थी, उसके बावजूद क्षमता से 50 फीसद से ज्यादा सवारियां बैठाने पर चालान काटे गए। बसों में बिना मास्क व नियमों का पालन न करने वाले स्टाफ और सवारियों को चेतावनी देकर छोड़ा गया। जिला के सभी एसडीएम व बीडीओ भी उतरे फील्ड में
शिमला शहर में ही नहीं बल्कि पूरे जिले के हर बाजार में यह कार्रवाई अमल में लाई गई। ठियोग, रोहड़ू. जुब्बल, कुमारसैन से लेकर हर कस्बे के बाजार व बस अड्डे में प्रशासनिक अमले की ओर से एक ही समय में जांच कर कार्रवाई अमल में लाई गई। इससे पहले उपायुक्त आदित्य नेगी ने जिला के हर एसडीएम, बीडीओ सहित सभी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से बैठक की। इसमें सभी अधिकारियों को फील्ड में निकलने के निर्देश जारी किए गए।