काले बिल्ले लगाकर किया नई पेंशन स्कीम का विरोध
एनपीएस कर्मचारियों नए साल का पहला दिन काले दिवस के रूप में
संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर : एनपीएस कर्मचारियों नए साल का पहला दिन काले दिवस के रूप में मनाया। कर्मचारियों ने कार्यालयों में काले बिल्ले लगाकर एनपीएस नीति के खिलाफ रोष प्रकट किया। इसमें देश के 60 लाख और प्रदेश के 85 हजार कर्मचारियों ने भाग लिया। एनपीएस कर्मचारी महासंघ के प्रदेश प्रवक्ता कुशाल शर्मा ने बताया कि यह नई पेंशन नीति के विरोध में है।
उन्होंने कहा कि नई पेंशन नीति से कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति व वृद्धावस्था के समय को पूरी तरह से असुरक्षित व चिंताजनक बना दिया है। सेवानिवृत्ति का डर कर्मचारियों को अभी से सताने लगा है।
उन्होने कहा कि 26 नवंबर को दिल्ली महारैली के माध्यम से केंद्र सरकार को अपना माग पत्र प्रेषित करके पुरानी पेंशन को दोबारा लागू करवाने का आग्रह किया था, जिस पर केंद्र सरकार ने 10 फीसद सरकारी अंशदान को बढ़ाकर 14 फीसद किया, जोकि कर्मचारियों को रास नहीं आ रहा है। कर्मचारियों ने प्रदेश व केंद्र सरकार से आग्रह किया कि कर्मचारियों की इस जायज माग को शीघ्र पूरा करके पुरानी पेंशन योजना को तुरंत बहाल किया जाए। इसके लागू होने से सरकारी वित्तीय कोष में कोई भी प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा, बल्कि कॉरपोरेट जगत में जो पैसा कर्मचारियों का जा रहा है वह सीधा सरकारी कोष में जमा होकर सरकार व कर्मचारियों का ही हित होगा। जब कर्मचारी अपना पूरा जीवन सरकारी सेवाओं में दे रहा है तो सरकार का भी यह कर्तव्य बनता है कि उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद सामाजिक सुरक्षा की गारंटी सुनिश्चित करें। कर्मचारियों को पूर्ण विश्वास है कि 2019 के चुनाव से पूर्व सरकार कर्मचारियों की पुरानी पेंशन नीति को बहाल करेगी।