राजधानी में अब सरकार के स्तर पर भी शुरू हुई पुनर्सीमांकन की चर्चा
शहर में पुनर्सीमांकन को लेकर अब सरकार के स्तर पर भी बैठकें शुरू हो गई हैं।
जागरण संवाददाता, शिमला : शहर में पुनर्सीमांकन को लेकर अब सरकार के स्तर पर भी बैठकें शुरू हो चुकी हैं। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने नगर निगम के आयुक्त आशीष कोहली और शहरी विभाग के निदेशक के साथ बुधवार देर रात बैठक की। इसमें यह चर्चा की गई कि इसके लिए कितने आवेदन आए हैं। कितने क्षेत्रों के लोग इच्छुक हैं जो निगम में शामिल होना चाहते हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो शामिल होने का विरोध कर रहे हैं। इनसे भी बात की जानी चाहिए। इनकी शामिल होने की क्या मांगें हैं, क्यों शामिल नहीं होना चाहते हैं। इन सभी मुद्दों पर प्रशासन की ओर से मांग की जाएगी। इन सभी बातों पर चर्चा करने के बाद ही इसमें फैसला किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि शहर के उन सभी वार्डो को भी देखा जाए जहां पर वोटरों की संख्या बहुत ज्यादा है। कहां तक ये क्षेत्र फैला हुआ है। इन्हें कैसे बेहतर एवं कांपेक्ट बनाया जा सकता है। इससे क्षेत्र के विकास में आसानी होगी। विकास का तर्क, वार्ड छोटे होने से होगा विकास
शहरी विकास विभाग का मानना है कि शहर के विकास के लिए बनाए गए प्लान के मुताबिक यदि वार्डो को छोटा बनाया जाता है तो उनमें बेहतर विकास किया जा सकता है। इसलिए पुनर्सीमांकन का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। अभी तक निगम में हैं 34 वार्ड
राजधानी में इस समय 34 वार्ड हैं। नगर निगम में अब 42 वार्ड बनाए जाने की तैयारी है। इसमें छह नए वार्ड शामिल होंगे और बाकी दो वार्ड शहर के वार्डो को काट कर बनाए जाने प्रस्तावित हैं। शहर के रुल्दूभट्टा, कैथू व अनाडेल और 10 से 13 वार्ड को काटकर भी अतिरिक्त वार्ड बनाए जाने प्रस्तावित हैं। 2022 के निगम चुनाव में 42 वार्डो में मतदान हो सकता है। इससे पहले 2017 में 34 वार्डो में चुनाव हुए थे। 2012 से पहले 25 वार्डो में नगर निगम के चुनाव करवाए गए थे।