कागज नहीं अब जमीन पर दिखेंगे स्मार्ट सिटी के काम
स्मार्ट सिटी शिमला के प्रस्तावित कार्यो को जमीन पर उतारने के लिए कवायद शुरू हो गई है।
जागरण संवाददाता, शिमला : स्मार्ट सिटी शिमला के प्रस्तावित कार्यो को जमीन पर उतारने के लिए कवायद शुरू हो गई है। 2900 करोड़ रुपये के प्रस्तावित प्रोजेक्ट अब फाइलों से बाहर निकलकर जमीन पर दिखेंगे। मंगलवार 14 जुलाई को स्मार्ट सिटी में चल रहे कार्यो की समीक्षा बैठक होगी। वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से यह बैठक की जाएगी। बैठक में नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल, उपमहापौर के अलावा निगम के आयुक्त पंकज राय, स्मार्ट सिटी के जीएम सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे।
बैठक में चर्चा की जाएगी कि शहर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अभी तक कितने कार्यो को शुरू करने की मंजूरी मिल चुकी है। इनमें से कितने कार्यो पर काम शुरू हो गया है, कितनों के लिए टेंडर लगाए जा रहे हैं। जिन कार्यो के टेंडर हो चुके हैं उन्हें कब तक शुरू कर दिया जाएगा। इस पर विस्तृत रूप से चर्चा की जाएगी। स्मार्ट सिटी को मंजूरी मिले हुए काफी समय हो चुका है। अभी तक कार्यो में तेजी नहीं आई है। चूंकि सरकार को स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्टों की रिपोर्ट केंद्र को भेजनी है इसके लिए हर कार्य की समीक्षा की जा रही है। अभी यह है स्थिति
अभी नगर निगम ने 500 करोड़ रुपये के प्रोजेक्टों का खाका तैयार कर दिया है। इसमें से डेढ़ सौ करोड़ के प्रोजेक्टों के टेंडर हो गए हैं और 200 करोड़ के प्रोजेक्ट अटेंड करने की प्रक्रिया चल रही है। इनमें संजौली से आइजीएमसी तक के रास्ते को पक्का किया जाना है। इसी तरह से अन्य प्रोजेक्ट पर भी काम किया जा रहा है। ये हैं प्रस्तावित काम
- 32 करोड़ रुपये की लागत से आइजीएमसी में मल्टी स्टोरी पार्किग।
- 23 करोड़ से आइजीएमसी-संजौली स्मार्ट पाथ।
-10 करोड़ से सर्कुलर रोड पर पैदल चलने वाला रास्ता।
- 06 करोड़ सर्कुलर रोड पर वाइडनिंग पर खर्च होंगे।
- 33 करोड़ की लागत से सिटी प्वाइंट से मरीना होटल तक डक्टिंग बनाई जाएगी।
- 10 करोड़ से कृष्णानगर और कौमली बैंक के नाले का चैनेलाइजेशन किया जाएगा।
- 12 करोड़ से हिम ऊर्जा का सोलर पैनल।
- 80 लाख रिपन अस्पताल में दो स्मार्ट एंबुलेंस और एक मृतक वाहन के लिए।
शिमला को स्मार्ट सिटी बनाने का कार्य चला हुआ है। मंगलवार को भी कार्यो की समीक्षा की जाएगी। कौन-सा कार्य कहां रुका है, कितने काम शुरू हो चुके हैं, इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
- सत्या कौंडल, महापौर नगर निगम शिमला।