अब एक बिस्तर पर एक ही मरीज
प्रदेश के एक मात्र मातृ एवं शिशु अस्पताल केएनएच प्रशासन की निद आखिरकार भंग हो ही गई है। अस्पताल प्रशासन ने पुराने भवन से नए भवन में मरीजों की शिफ्टिग का कार्य शुरू कर दिया है। शिफ्टिग के पहले दिन एंटीनेंटल वार्ड को शिफ्ट किया गया है।
जागरण संवाददाता, शिमला : प्रदेश के एकमात्र मातृ एवं शिशु अस्पताल केएनएच शिमला के प्रशासन ने पुराने भवन से नए भवन में मरीजों को शिफ्ट करने का कार्य शुरू कर दिया है। शिफ्टिग के पहले दिन शुक्रवार को एंटीनेंटल वार्ड को नए भवन में शिफ्ट किया गया। इससे मरीजों को राहत मिली है।
एंटीनेंटल वार्ड में पहले दो-दो महिलाओं को अपने नवजात शिशुओं के साथ एक बिस्तर पर रहना पड़ रहा था। इस कारण कई महिलाएं रात को फर्श पर सोने के लिए मजबूर थीं। दैनिक जागरण ने यह मामला प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आया। प्रशासन ने नए भवन में शिफ्टिग का काम शुरू कर दिया। इससे अब दो-दो गर्भवती महिलाओं को एक बिस्तर पर नहीं सोना पड़ेगा। सरकार ने डेढ़ माह पहले ही 17.5 करोड़ रुपये से बने पांच मंजिला मातृत्व एवं बाल स्वास्थ्य भवन का लोकार्पण किया था। बेशक इस भवन के निर्माण से अस्पताल में बिस्तरों की क्षमता 100 तक बढ़ गई है। लेकिन अस्पताल प्रशासन अभी तक मरीजों को इस भवन का फायदा नहीं दे पाया था। राज्यस्तरीय अस्पताल का दर्जा मिलने के बावजूद एक बिस्तर पर दो से तीन महिलाओं को उनके नवजात शिशुओं के साथ दिन गुजारने पड़ रहे थे। लेकिन अब इन समस्याओं का सामना मरीजों को नहीं करना पड़ेगा। गर्भवती महिलाओं को संक्रमण का खतरा भी नहीं रहेगा। कमला नेहरू अस्पताल (केएनएच) में से एंटीनेंटल वार्ड नए भवन में शिफ्ट कर दिया गया है। वहां बिस्तर लगाए जा रहे हैं। जल्द ही अन्य वार्ड भी शिफ्ट कर दिए जाएंगे।
डॉ. अंबिका चौहान, एमएस, केएनएच शिमला।