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लोगों को जगाकर खुद सो गया प्रशासन

-दो दिन की बारिश से प्रदेश में हालात बेकाबू हो गए हैं। वहीं, सरकार के हाथ खड़े हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 11:21 PM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 11:21 PM (IST)
लोगों को जगाकर खुद सो गया प्रशासन
लोगों को जगाकर खुद सो गया प्रशासन

-दो दिन की बारिश से प्रदेश में हालात बेकाबू, सरकार के हाथ खड़े

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-आपदा से बचाव के लिए सारी टीमें गायब रहीं

-कार्यालयों में हीटर के पास बैठकर आपदा से निपटने के इंतजाम देखते रहे अधिकारी

-अधिकारियों ने स्कूलों में छुट्टी कर व्यवस्था से पल्ला झाड़ा

राज्य ब्यूरो, शिमला : चैन से सोना है तो जाग जाओ..सुरक्षित रहने के लिए ऐसा ही करना चाहिए मगर हिमाचल में हालात कुछ अलग हैं। यहां लोगों को जगाकर प्रशासन खुद ही सो गया। इस कारण दो दिन की बारिश से प्रदेश में हालात बेकाबू होने पर सरकार के हाथ खड़े हो गए। आपदा प्रबंधन कहीं नहीं दिखा।

प्रदेश में रविवार व सोमवार को बारिश का ऐसा कहर बरपा कि 470 करोड़ का नुकसान हो गया। सात माह के बच्चे सहित तीन लोगों की जान चली गई। 60 भेड-बकरियां भी मारी गई। प्रदेश में एक दिन की बारिश से 20 मकान क्षतिग्रस्त हुए और 371 मकानों व 195 पशुशालाओं को नुकसान पहुंचा। लोगों को बचाने के लिए जो रेस्क्यू टीम लाहुल स्पीति के कोकसर भेजी गई, वह 120 लोगों को वहां से क्या निकालती, खूद ही फंस गई। बर्फीले क्षेत्रों में हिमस्खलन की आशंका जताकर लोगों को घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। ऐसे में मौसम विभाग ने पहले चेतावनी जारी की थी। लेकिन हुआ यह कि भारी बारिश के बाद हमेशा आपदा से बचाव के लिए मॉकड्रिल को लेकर मौजूद रहने वाली सारी टीमें गायब थीं। लोग हालात से लड़ने के लिए अकेले ही हाथ-पैर मार रहे थे। सोमवार और मंगलवार को पहले से जारी भारी बारिश की चेतावनी के बीच व्यवस्था की पोल खुल गई। सड़कें बंद होने से लोग बारिश में भीगने के साथ बर्फ में ठिठुरते रहे। वहीं, जयराम सरकार के अधिकारी कार्यालयों में हीटर के पास बैठकर आपदा से निपटने के इंतजाम देखते रहे। अधिकारियों ने भी स्कूलों में छुट्टी कर व्यवस्था से पल्ला झाड़ लिया। प्रदेश में इस बार पहली जुलाई से लेकर 23 सितंबर तक बारिश से 1231.35 करोड़ का नुकसान हुआ है। मंत्रिमंडल की बैठक में बारिश से नुकसान पर चर्चा

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में प्रदेश में बारिश से हुए नुकसान पर चर्चा की गई। अब तक 21 लोगों को वायुसेना की सहायता से निकाला गया है। चंबा जिले के कस्तूरबा गाधी बालिका विद्यालय मैहला में फंसे 100 विद्यार्थियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। शिक्षा मंत्री ने दिए निर्देश, होली में विद्यार्थियों व कर्मियों को सुरक्षित निकालें

चंबा जिला के भरमौर उपमंडल की राजकीय प्राथमिक पाठशाला होली में प्राथमिक स्कूलों की खेल प्रतियोगिता में भाग ले रहे 399 लड़के, 417 लड़कियां व उनके साथ गए लगभग 400 कर्मचारी फंसे हैं। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने इन्हें सुरक्षित निकालने के लिए चंबा के उपायुक्त हरिकेश मीणा को निर्देश जारी किए। ये विद्यार्थी व कर्मचारी सड़क अवरुद्ध होने के कारण होली में फंस गए हैं।

--------- सोमवार को बारिश से नुकसान

जिला,मकान,पशुशाला

चंबा,90,25

बिलासपुर,06,15

हमीरपुर,10,09

कांगड़ा,56,74

कुल्लू,36,--

मंडी,08,10

शिमला,136,38

सोलन,29,24

कुल,371,195

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अमेरिका से आई बेटी के लिए विदेश मंत्री से गुहार

अमेरिका से भारत घूमने आई बेटी को स्पीति घाटी से ढ़ूंढने के लिए भारतीय मूल के पिता ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से गुहार लगाई है। उन्होंने ट्वीट किया कि वह अमेरिका में हैं। उनकी बेटी अपनी चार सहेलियों के साथ स्पीति घाटी में चंद्रताल झील देखने गई थी। वह वापस मनाली आ रही थी। ऐसा लगता है कि उनकी बेटी छतड़ू व रोहतांग के बीच कहीं फंस गई है। तीन दिन से उससे कोई संपर्क नहीं हो रहा है। मैं उसका पता कैसे लगाऊं, कृपया मेरी मदद करें।


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