नाथपा में एनएच बहाल, पहाड़ी से गिर रहे पत्थर
किन्नौर जिले के नाथपा में राष्ट्रीय उच्च मार्ग-पांच करीब 3
संवाद सूत्र, भावानगर : किन्नौर जिले के नाथपा में शिमला-रिकांगपिओ राष्ट्रीय राजमार्ग पांच करीब 38 घंटे बाद बहाल हो गया। सोमवार रात साढ़े नौ बजे से बंद मार्ग को हाईवे प्राधिकरण ने बुधवार सुबह 11 बजे बहाल कर दिया है। इससे हाईवे के दोनों ओर जाम में फंसे लोगों ने राहत की सांस ली है, लेकिन पहाड़ी से अब भी लगातार पत्थर गिर रहे हैं, जिस कारण कई घंटे तक लोगों को अब जाम में फंसे रहना पड़ रहा है। सोमवार रात साढ़े नौ बजे नाथपा में राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहाड़ी से चट्टानें खिसकने के कारण बंद हो गया था। हाईवे बंद होने के कारण किन्नौर के ऊपरी क्षेत्र और स्पीति घाटी का संपर्क शेष दुनिया से कट गया था। प्रशासन ने एहतियातन तौर पर इस प्वाइंट पर पुलिस जवान भी तैनात किए हैं, ताकि पहाड़ी से पत्थर गिरते समय वाहनों की आवाजाही रोकी जा सके।
बताया जा रहा है कि नाथपा में हाईवे के इस प्वांइट पर इससे पहले कभी भूस्खलन नहीं हुआ था। हाईवे को चौड़ा करने का कार्य शुरू किए जाने के बाद ही पहाड़ी से भूस्खलन हुआ। यदि समय रहते कंपनी पर नकेल कसी होती तो यहां स्थिती इतनी गंभीर नहीं होती। हाईवे में अभी भी खतरा बना हुआ है। यहां लगातार पत्थर गिर रहे हैं। यहां हो रहे भूस्खलन से कई लोगों के खेत और सेब के बगीचे तबाह हो गए हैं। भूस्खलन को रोकने के लिए यदि कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया तो तबाही मच सकती है। ऐसे में किन्नौर के ऊपरी क्षेत्र का संपर्क शेष दुनिया से कट सकता है।
एसडीएम घनश्याम दास ने बताया कि नाथपा में एनएच पांच पर अब भी पत्थर गिर रहे हैं, जिस कारण उक्त स्थान पर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। भूस्खलन के कारण जिन लोगों के खेत तबाह हो रहे हैं उन्हें मुआवजा दिलाने के लिए एनएच प्राधिकरण को लिखा जाएगा, क्योंकि भूस्खलन एनएच प्राधिकरण की गतिविधि के बाद शुरू हुआ है।
एनएच प्राधिकरण के एक्सईएन पीसी नेगी ने मार्ग बहाल होने की पुष्टि की है। इसके साथ ही उन्होंने पहाड़ी से लगातार पत्थर खिसकने के कारण लोगों से रात के समय यहां से सफर नहीं करने का आग्रह किया है, ताकि किसी प्रकार का जानमाल का नुकसान न हो।