हमीरपुर, चंबा व नाहन में दो हफ्ते में शुरू होगा आक्सीजन उत्पादन
हिमाचल में तीन मेडिकल कॉलेजों हमीरपुर नाहन व चंबा में आक्सीजन का उ
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल में तीन मेडिकल कॉलेजों हमीरपुर, नाहन व चंबा में आक्सीजन का उत्पादन दो सप्ताह के भीतर शुरू हो जाएगा। प्रदेश में वर्तमान में चिकित्सा आक्सीजन की प्रतिदिन उपलब्धता 73.86 मीट्रिक टन है, जबकि कोविड मरीजों के लिए खपत 29.63 मीट्रिक टन है। पिछले साले प्रदेश में आक्सीजन का उत्पादन 29 मीट्रिक टन था। आइजीएमसी शिमला, मेडिकल कॉलेज टांडा व नेरचौक, जोनल अस्पताल धर्मशाला, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला व निजी क्षेत्र में चल रहे मेडिकल कॉलेज एमएमयू कुमारहट्टी में आक्सीजन का उत्पादन हो रहा है। वहीं मेडिकल कॉलेज हमीरपुर और नाहन में प्लांट स्थापित करने का कार्य प्रगति पर है, जबकि चंबा में शनिवार से उत्पादन शुरू हो गया।
केंद्र की ओर से हिमाचल के लिए स्वीकृत किए छह नए आक्सीजन प्लांटों को नागरिक अस्पताल पालमपुर, जोनल अस्पताल मंडी, जिला शिमला के खनेरी व रोहडू नागरिक अस्पतालों, मेडिकल कॉलेज नाहन और क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में स्थापित करने की प्रक्रिया जारी है। यह प्लांट एक माह में बनकर तैयार हो जाएंगे। इनके शुरू होने से प्रति प्लांट 1000 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन का उत्पादन होगा। चिकित्सा आक्सीजन की उपलब्धता
जिला,मीट्रिक टन
कांगड़ा,29.08
सोलन,11.58
मंडी,10.65
सिरमौर,5.91
शिमला,5.17
हमीरपुर, 3.29
कुल्लू,2.95
ऊना,2.47
चंबा,1.02
लाहुल स्पीति,0.83
किन्नौर,0.59
बिलासपुर,0.34 स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सा आक्सीजन की उपलब्धता व मांग की लगातार निगरानी की जा रही है, ताकि किसी भी कोविड मरीज को जरूरत होने पर तुरंत उपलब्ध करवाई जा सके। प्रदेश में आक्सीजन की कोई कमी नहीं है और मांग से अधिक उपलब्ध है।
डॉ. निपुण जिंदल, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हिमाचल प्रदेश