देवभूमि की फिजाओं में खुशबू घोलेगी 'नंदन'
मुम्बई की नंदन देवभूमि के सौंदर्य में घोलेगी ईत्रमुम्बई की नंदन देवभूमि के सौंदर्य में घोलेगी
यादवेन्द्र शर्मा, शिमला
देवभूमि का प्राकृतिक फिजा में जल्द ही विदेशी नस्ल के बुल्गारिया गुलाब, जेरेनियम सहित अन्य फूलों के इत्र की खुशबू से महकेगा। इत्र तैयार करने के लिए मुंबई की नंदन इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी जल्द ही इसके लिए जयराम सरकार के साथ एमओयू साइन करेगी। प्रदेश में इत्र तैयार करने वाली यह पहली कंपनी होगी, जिससे रोजगार के नए द्वार खुलने के साथ फूलों को कारोबार करने वालों को अपने उत्पाद के बेहतर दाम मिलेंगे। प्रदेश में अभी तक फूलों की जो व्यावसायिक खेती की जा रही है उसका उपयोग केवल कट फ्लावर के तौर पर किया जा रहा है। अब प्रदेश में इत्र भी तैयार होगा, जो किसानों की आय बढ़ाएगा।
मुंबई की नंदन कंपनी ने 22 करोड़ रुपये के निवेश का प्रारूप तैयार किया है। इसके लिए कंपनी के मालिकों ने मुख्य सचिव श्रीकांत बाल्दी से मुलाकात की है। यह कंपनी प्रदेश में शुरुआत में 40 बीघा जमीन मांग रही है, जिससे इत्र तैयार करने के लिए फूलों की खेती की जा सके। कांगड़ा, मंडी और कुल्लू में जगह की मांग की है। इन स्थानों पर इस उद्योग के लिए बेहतर वातावरण बताया जा रहा है। 16.88 करोड़ रुपये का हो रहा अभी कारोबार
प्रदेश में मुख्यत गेंदा, गुलाब, ग्लेडियोलस, गुलदाउदी, कार्नेशन, लिलियम, जरबेरा सहित अन्य मौसमी फूल उगाए जा रहे हैं। प्रदेश में इस समय कट फ्लावर के तौर पर फूलों का करीब 16.88 करोड़ रुपये का कारोबार हो रहा है। खुले बिकने वाले गेंदा और गुलदाउदी जैसे फूलों का करीब 12355 मीट्रिक टन का उत्पादन हो रहा है। इस समय प्रदेश में करीब पांच हजार कृषक 643 हेक्टेयर भूमि में फूलों की व्यावसायिक खेती कर रहे हैं। इससे करीब 88 करोड़ रुपये का कारोबार हो रहा है।
फूलों की खेती के लिए कृषि जलवायु क्षेत्र
क्षेत्र वर्णन,ऊंचाई की सीमा,उपयुक्त फूलों की फसल
निम्न पहाड़ी 350-900 मीटर ग्लेडियोलस,कार्नेशन,लिलियम,गेंदा,गुलदाउदी,गुलाब
मध्य पहाडी क्षेत्र 900-1500 मीटर कार्नेशन,ग्लेडियोलस,लिलियम,गेंदा,गुलदाउदी,अल्सटरोमीरिया,गुलाब
ऊंचे पहाड़ी 1500-2750 मीटर ग्लेडियोलस,कार्नेशन,लिलियम,गेंदा,गुलदाउदी
ठंडे और शुष्क क्षेत्र 2750-3650 मीटर बीज,कोरम,बल्ब का उत्पाद -------------
बुल्गारिया गुलाब की विशेषता
बुल्गारिया गुलाब में अन्य गुलाब कि किस्मों की अपेक्षा तेल और इत्र ज्यादा मात्रा में मिलता है। इससे गुलाब जल भी तैयार किया जा सकेगा। इससे लोगों की आय हजारों से लाखों रुपये तक पहुंच जाती है।
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मुंबई की नंदन कंपनी प्रदेश में इत्र और फूलों के खेती को लेकर उद्योग स्थापित करना चाहती है। इसके लिए जल्द ही सरकार के साथ एमओयू किया जाएगा। प्रदेशी में पहली इत्र उत्पादन की कंपनी स्थापित होगी।
-अमिताभ अवस्थी, सचिव बागवानी विभाग।