विपक्ष बोला, राजनीतिक हैं राजमार्ग
केंद्र सरकार द्वारा हिमाचल के लिए घोषित 69 राष्ट्रीय राजमार्गो को विपक्ष ने राजनीतिक करार दिया है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : केंद्र सरकार द्वारा हिमाचल के लिए घोषित 69 राष्ट्रीय राजमार्गो को विपक्ष ने राजनीतिक राजमार्ग करार दिया है। बुधवार को सदन में कटौती प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने सडकों व पुलों के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की और कहा कि बिना मापदंड और नियमों के एनएच घेषित कर दिए गए जो गलत है।
काग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह 65000 करोड़ रुपये का जुमला है, जिसकी चुनाव के समय घोषणा की गई। 4210 किलोमीटर एनएच के लिए 65000 करोड़ का बंदोबस्त क्या पांच साल की अवधि में हो जाएगा। एनएच पर सरकार को फैक्टर-टू के तहत मुआवजा देना होगा जिसकी पूर्व में भाजपा मांग करती रही है। इस चर्चा में धनीराम शांडिल, नंद लाल, पवन काजल, लखविंद्र राणा, आशीष बुटेल, सतपाल सिंह रायजादा सहित 15 विधायकों ने अपने विधानसभा क्षेत्रों की सड़कों की समस्या पर चर्चा की।
पुरानी मशीनें बदली जाएं : अनिरुद्ध
विधायक अनिरुद्ध सिंह ने पर्यटन और उद्योग के लिए सड़कों की मरम्मत को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि सरकार को पुरानी मशीनों का बदलने और टेंडर प्रक्रिया के लिए कलस्टर टेंडर अपनाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने शिमला में प्रस्तावित टनल निर्माण को करने की मांग की।
नए एनएच राजनीतिक स्टंट : आशा
विधायक आशा कुमारी ने नए राष्ट्रीय राजमार्गो को राजनीतिक स्टंट बताया। उन्होंने कहा कि 10 किलोमीटर की सडक तैयार होने में भी कम से कम पाच साल लग जाते हैं आखिर ये राष्ट्रीय राजमार्ग कब बनेंगे, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
समयबद्ध हों निर्माण कार्य : हर्षवर्धन
विधायक हर्षवर्धन चौहान ने निर्माण कार्यो को समयबद्ध करने की मांग की। उन्होंने कहा कि बारिश के दौरान सड़कों की टारिंग हो रही है जो पैसों की बर्बादी है। समयबद्ध कार्य होने से ही कार्यो में तेजी आएगी।
रिश्वत की परंपरा जारी : नेगी
विधायक जगत सिंह नेगी ने सभी विभागों में रिश्वतखोरी की बात करते हुए कहा कि लोक निर्माण विभाग में काम करने से पहले और टेंडर के समय भी रिश्वत की परंपरा जारी है। कोई विभाग ऐसा नहीं है जहां रिश्वखोरी न हो। इस पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है।
सडक निर्माण में सभी मुख्यमंत्रियों की भूमिका : रामलाल
विधायक रामलाल ठाकुर ने प्रदेश के सड़क निर्माण में सभी मुख्यमंत्रियों का योगदान बताया। उन्होंने कहा कि फोरलेन सड़कों का निर्माण तय समय पर नहीं हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुराने नेशनल हाईवे का काम पूरा नहीं हुआ और नए राष्ट्रीय राजमार्गो की घोषणा कर दी गई।
नए एनएच भी जुमले न बन जाएं : सक्खू
विधायक सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि सरकार सदन में बता दे कि नए नेशनल हाईवे के लिए डीपीआर कब तक बनेगी। कहीं ऐसा न हो कि नए नेशनल हाईवे भी जुमला साबित हों। सडकों की डीपीआर बनती है तो इसका टेक्निकल विंग है जो इसे लंबे प्रोसेस पर ले जाता है।
ठेकेदारों पर हो सख्त कार्रवाई : सिंघा
विधायक राकेश सिंघा ने धीमी गति से कार्य करने वाले ठेकेदारों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि खाली पड़ी सरकारी भूमि जिनमें पेड़ नहीं हैं, उन्हें वन भूमि से बाहर किया जाना चाहिए।
नाबार्ड में नए विधायकों की प्राथमिकताएं शामिल हों : विक्रमादित्य
शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से विधायक विक्रमादित्य सिंह ने नाबार्ड में नए चुने विधायकों की प्राथमिकताओं को शामिल करने की मांग की। उन्होंने शिमला ग्रामीण क्षेत्र में आने वाले तीन राष्ट्रीय राजमार्गो सहित सभी एनएच के निर्माण कार्य को जल्द करने की मांग की।