एनएचपीसी ने शुरू किया डूगर परियोजना का कार्य
ग्लोबल इंवेस्टर मीट में चंबा की डूगर परियोजना पर एनएचपीसी ने एमओयू करने के बाद अस पिरयोजना पर कार्य शुरु कर दिया है। 449 मेगावाट क्षमता की इस परियोजना को 70 वर्ष की अवधि पूरा हो जाने के बाद सरकार को हस्तांतरित कर दिया जाएगा।
राज्य ब्यूरो, शिमला : धर्मशाला में हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट में डूगर परियोजना को लेकर एनएचपीसी ने समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे। अब इस परियोजना का कार्य शुरू कर दिया गया है। चंबा जिले में 449 मेगावाट क्षमता की इस परियोजना को 70 वर्ष की अवधि पूरा हो जाने के बाद सरकार को हस्तांतरित कर दिया जाएगा।
डूगर परियोजना के लिए आइआइटी रुड़की की मदद लेने की बात कही गई थी और इसे भी अंतिम रूप दे दिया गया है। परियोजना के तहत पांगी उपमंडल के लुज गांव के निकट 128 मीटर ऊंचे बांध का निर्माण किया जाएगा। दो भूमिगत शाफ्ट भी बनाए जाएंगे। परियोजना की परिकल्पना रन-ऑफ-रिवर योजना के रूप में की गई है। इसमें नदी के प्रवाह का उपयोग कर बिजली का उत्पादन किया जाएगा। परियोजना की अनुमानित लागत 4112 करोड़ रुपये है। बिजली घर का निर्माण नदी के बाएं किनारे पर बांध के ठीक नीचे किया जाएगा। टेल रेस टनल का निर्माण भी किया जाएगा जिसके माध्यम से पानी पुन: नदी में चला जाएगा। परियोजना से राज्य को मुफ्त बिजली के साथ हिमाचलियों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
डूगर जलविद्युत परियोजना का कार्य शुरू कर दिया गया है। परियोजना को समय पर पूरा किया जाएगा।
-बलराज जोशी, मुख्य महाप्रबंधक, एनएचपीसी