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ऊना विधायक के स्‍टाफ ने पुलिस दल से की थी मारपीट, जांच में सही पाए गए आरोप, अब तैयार होगी चार्जशीट

कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा के निजी सहायक (पीए) मुकेश निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) मोहिंद्र सिंह चालक विजय कुमार पर पुलिस दल के साथ मारपीट के आरोप सही साबित हुए हैं।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 10:34 AM (IST)Updated: Thu, 17 Oct 2019 10:34 AM (IST)
ऊना विधायक के स्‍टाफ ने पुलिस दल से की थी मारपीट, जांच में सही पाए गए आरोप, अब तैयार होगी चार्जशीट
ऊना विधायक के स्‍टाफ ने पुलिस दल से की थी मारपीट, जांच में सही पाए गए आरोप, अब तैयार होगी चार्जशीट

शिमला, जेएनएन। ऊना के पेखूबेला शराब प्रकरण में सीआइडी के एसपी ने जांच पूरी कर ली है। सूत्रों के लिए इसमें कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा के निजी सहायक (पीए) मुकेश, निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) मोहिंद्र सिंह, चालक विजय कुमार पर पुलिस दल के साथ मारपीट के आरोप सही साबित हुए हैं। आरोप है कि ये शराब माफिया के पक्ष में न केवल खड़े रहे, बल्कि ऊना पुलिस को भी कानूनी कार्रवाई से रोका। बाद में मारपीट तक की, जबकि दोनों पक्ष एक-दूसरे को जानते थे। बावजूद इसके उन्होंने विधायक की गाड़ी की धौंस दिखाई। इसके आधार पर पीएसओ समेत सभी आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट तैयार होगी।

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मोहिंद्र सिंह के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अलग से चलेगी। अगर वह विभागीय जांच में दोषी पाए गए तो नौकरी से भी निकाले जाने की नौबत आ सकती है। सीआइडी को अब इस मामले में फॉरेंसिक साइंस लैब की रिपोर्ट का इंतजार है। जैसे ही आएगी, कोर्ट में केस का चालान कर दिया जाएगा।

क्या है मेडिकल रिपोर्ट में

मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक ऊना सदर के कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा के स्टाफ से मारपीट नहीं हुई थी। स्टाफ कर्मियों के शरीर पर चोटों के निशान नहीं पाए गए हैं, जबकि ऊना पुलिस के कर्मियों को चोटें आई हैं। रिपोर्ट में इन चोटों को दर्शाया गया है। इससे विधायक के स्टाफ पर कड़ा कानूनी शिकंजा कसना तय है। जांच में उनके आरोप झूठे साबित हुए हैं।

एसपी ने की जांच

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के आदेश पर पूरे मामले की जांच एसपी क्राइम रमन मीणा ने की है। हर पहलू की बारीकी जांचा गया। जांच की निगरानी आइजी क्राइम ने की। विपक्षी दल कांग्रेस ने इस मामले को मानसून सत्र के दौरान विधानसभा में प्रमुखता से उठाया था। कांग्रेस विधायकों ने हंगामा खड़ा किया था। विपक्ष ने ऊना के एसपी दिवाकर शर्मा को हटाने की मांग की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सीआइडी जांच के आदेश दिए थे। सरकार ने एसपी को ट्रेनिंग पर प्रदेश से बाहर भेज दिया था। लेकिन जांच में ऊना पुलिस की कार्रवाई पूरी तरह से जायज ठहराई गई है।

क्या है मामला

शराब माफिया के पक्ष में पुलिस के साथ मारपीट के आरोप में ऊना के विधायक सतपाल रायजादा के पीए मुकेश, पीएसओ मोहिंद्र सिंह, चालक विजय कुमार समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी ऊना पुलिस ने की थी। आरोप है कि 12 अगस्त की रात को गोपनीय सूचना के आधार पर पेखूबेला में एक कार से 12 पेटी और एक बोरी में रखी गई शराब बरामद की गई थी। इस दौरान माफिया से संबंधित लोग पुलिस से उलझ गए। आरोपों के अनुसार मारपीट करने में विधायक के पीए, पीएसओ व ड्राइवर भी शामिल थे।


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