पुष्पा शर्मा बनीं मिड डे मील वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष
हिमाचल प्रदेश मिड डे मील वर्कर्स यूनियन का जिला सम्मेलन सीटू कार्यालय कि
जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल प्रदेश मिड डे मील वर्कर्स यूनियन का जिला सम्मेलन सीटू कार्यालय किसान मजदूर भवन चितकारा पार्क लोअर कैथू में हुआ। इस दौरान नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। इसमें पुष्पा शर्मा को अध्यक्ष चुना गया। आशु भारती, कौशल्या, टेक चंद, रमा, बीजा राम, जंकीध्यान चंद कालटा को उपाध्यक्ष, हिमी देवी को महासचिव, हेत राम को कोषाध्यक्ष, वृंदा, सुनीता, शंकुतला, मोनिका, कौशल्या, निशा को सचिव चुना। संतोष, योजना, जयवंती, गीता, विक्की, सुनील, टेक चंद, जगदीश, चेतन, रक्षा, सीमा, संगीता, सुनील, सीमा, बुद्धि राम, शंकुतला, नरेंद्र, निक्का राम, मनी राम, गौतम सेन, उमा, मीना, जया, प्रोमिला को कमेटी सदस्य चुना गया।
सम्मेलन का उद्घाटन सीटू जिला शिमला महासचिव विजेंद्र मेहरा ने किया। उन्होंने कहा कि मिड डे मील कर्मचारियों का भारी शोषण हो रहा है। उन्हें न तो मजदूर का दर्जा प्राप्त है और न ही न्यूनतम वेतन मिलता है। उन्हें ग्रेच्युटी, पेंशन, मेडिकल सुविधा, प्रसूति अवकाश, बोनस आदि कुछ भी नहीं मिलता है। उन्हें कई कई महीनों तक वेतन नहीं मिलता। मेडिकल का खर्चा भी विभाग नहीं देता। अन्य राज्यों की तुलना हिमाचल प्रदेश में बेहद कम वेतन मिलता है। नियुक्ति पत्र तक नहीं दिया जाता। केवल 10 माह का वेतन दिया जाता है। मिड डे मील वर्करों की छंटनी की जा रही है, जिस कारण तीन साल में प्रदेश में लगभग तीन हजार वर्करों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि देशभर से हजारों मिड डे मील वर्कर्स वेतन बढ़ोतरी व अन्य मांगों के समर्थन में 19 नवंबर को दिल्ली पहुंचेंगे। विजेंद्र मेहरा ने कहा कि देश में चल रही मिड डे मील योजना में सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में 8वीं कक्षा तक के 10 करोड़ बच्चों को दोपहर को भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। लगभग 12 लाख के करीब स्कूलों में इस कार्य को करने के लिए लगभग 28 लाख कुक व हेल्पर लगे हैं। इनमें 95 प्रतिशत महिलाएं हैं।