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धौनी ने खिंचवाए फोटो, आकाशवाणी केंद्र पहुंचे अनुपम खेर

पर्यटकों के लिए हिमाचल की सीमाएं खुलने के बाद प्रदेश में वीआइपी क

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Jun 2021 07:47 PM (IST)Updated: Sat, 19 Jun 2021 07:47 PM (IST)
धौनी ने खिंचवाए फोटो, आकाशवाणी केंद्र पहुंचे अनुपम खेर
धौनी ने खिंचवाए फोटो, आकाशवाणी केंद्र पहुंचे अनुपम खेर

जागरण संवाददाता, शिमला : पर्यटकों के लिए हिमाचल की सीमाएं खुलने के बाद प्रदेश में वीआइपी की मूवमेंट भी बढ़ गई है। अभिनेता अनुपम खेर के बाद शुक्रवार को महेंद्र सिंह धौनी भी शिमला पहुंच गए हैं। देश को क्रिकेट के दो विश्वकप दिलाने वाले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की एक झलक पाने के लिए लोगों की भीड़ शनिवार सुबह ही शिमला के मेहली स्थित होम स्टे के बाहर जुट गई। कुछ हाथ में बल्ला लिए थे तो कुछ कपड़े लिए आटोग्राफ लेने पहुंचे थे। धौनी ने कुछ समय तक तो उनके साथ फोटो खिंचवाए और आटोग्राफ दिए, लेकिन नाश्ता करने के बाद अपना ठिकाना बदल लिया। वह परिवार और दोस्तों के साथ कनलोग स्थित दूसरे होम स्टे में शिफ्ट हो गए।

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होम स्टे बदलने के दौरान धौनी परिवार व दोस्तों के साथ छराबड़ा व कुफरी तक गए, लेकिन वहां भी सैलानियों की ज्यादा भीड़ होने के कारण वाहन से उतरने की बजाय वापस आ गए। धौनी का शिमला सहित ऊपरी शिमला में घूमने का कार्यक्रम है। इस दौरान उनकी पत्नी साक्षी धौनी, बेटी और कुछ दोस्तों का परिवार साथ है। वे पूरी तरह से निजी दौरे पर आए हैं, इसलिए किसी भी कार्यक्रम में जाने का कोई शेड्यूल नहीं है। हालांकि शिमला पुलिस ने पायलट व सुरक्षा मुहैया करवा रखी है।

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प्रेम सागर ने किया हिमाचली टोपी से सम्मानित

राज्य सचिवालय से सेवानिवृत्त अधिकारी प्रेम सागर ने अपने घर कनलोग के समीप बने वाइट हेवन होम स्टे में जाकर महेंद्र सिंह धौनी को हिमाचली टोपी व शाल से सम्मानित किया।

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47 साल पहले जहां से रिजेक्ट हुए थे, वहां दिया साक्षात्कार

उधर, शिमला दौरे के दौरान शनिवार सुबह अनुपम खेर अचानक आकाशवाणी केंद्र पहुंच गए। उनको केंद्र में देख अधिकारी व कर्मचारी हैरान हो गए। इसके बाद अभिनेता के साथ लाइव कार्यक्रम का प्रसारण किया गया। इस दौरान अनुपम खेर ने बताया कि 47 साल पहले उन्हें यहां से रिजेक्ट कर दिया था। उन्होंने कहा कि दिसंबर 1974 में शिमला में कड़ाके की ठंड थी तब वह कैजुअल अनाउंसर के तौर पर पहला कार्यक्रम करने गए। उस समय ड्यूटी ऑफिसर ने रिजेक्ट कर दिया था।

उन्होंने कहा कि इस घटना का उन्हें कोई मलाल नहीं है। कई मर्तबा असफलता सफलता की सीढ़ी पर पहला कदम बन जाती हैं। आज मैं आकाशवाणी केंद्र आया हूं और स्वयं को सफल महसूस कर रहा हूं। अनुपम खेर ने कहा कि अगर उन्हें रिजेक्ट नहीं किया जाता तो ड्रामा स्कूल में दाखिला नहीं लेते और आज जहां हैं वहां नहीं पहुंचते। आकाशवाणी केंद्र शिमला के कार्यक्रम प्रमुख उमेश कश्यप ने बताया कि अनुपम खेर ने साक्षात्कार के दौरान यादें साझा की।


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