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चौपाल में जनजीवन बेपटरी

दो दिन से लगातार आफत का हिमपात आमजन सहित विभिन्न विभागों का कड़ा इम्तिहान ले रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Jan 2022 04:10 PM (IST)Updated: Mon, 24 Jan 2022 04:10 PM (IST)
चौपाल में जनजीवन बेपटरी
चौपाल में जनजीवन बेपटरी

संवाद सूत्र, नेरवा : दो दिन से लगातार आफत का हिमपात आमजन सहित विभिन्न विभागों का कड़ा इम्तिहान ले रहा है। भारी हिमपात से चौपाल के चौपाल-शिमला मुख्य मार्ग सहित 95 में से 79 मार्गो पर वाहनों की आवाजाही थम गई है। बिजली बोर्ड के 433 में से 315 ट्रांसफार्मर ठप हैं।

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हालांकि दोनों ही विभाग युद्धस्तर पर कार्य करते हुए लोगों को राहत देने में लगे है। बिजली बोर्ड के कर्मचारियों ने चार फीट बर्फ और माइनस डिग्री तापमान के बीच नेरवा और चौपाल की बिजली बहाल कर बड़ी राहत प्रदान की है। बोर्ड के आठ ठेकेदारों की लेबर के 15 कर्मचारियों ने रविवार सुबह आठ बजे से रात साढ़े दस बजे व सोमवार को भी सुबह से ही टूटी लाइनें और पंक्चर हुए इंसुलेटर बदल कर सोमवार सुबह साढ़े दस बजे बिजली बहाल कर दी थी।

चौपाल विद्युत मंडल के अधिशाषी अभियंता चंद्रसेन ने बताया कि सोमवार शाम तक 433 में से 100 से ज्यादा ट्रांसफार्मर पर बिजली बहाल कर दी गई है। करीब 315 ट्रांसफार्मर बंद हैं। कर्मचारी लगातार बिजली बहाली में लगे हुए हैं।

उधर, चौपाल-शिमला मुख्य मार्ग सहित अन्य जगह लोक निर्माण विभाग की 35 मशीनें और 100 से अधिक मजदूर इन सड़कों को खोलने में जुटे हुए हैं। लगातार हो रहे हिमपात से विभाग के मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। लोक निर्माण मंडल चौपाल के अधिशाषी अभियंता जगदीश चंद कानूनगो ने बताया कि सड़कों को खोलने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। रिकांगपिओ में ग्लेशियर आने का बढ़ा खतरा

संवाद सहयोगी, रिकांगपिओ : जिला किन्नौर में लगातार तीन दिन के भारी हिमपात के बाद चौथे दिन थोड़ी राहत मिली। बीच-बीच में धूप खिलती रही तथा लोग छतों से बर्फ हटाने में जुट गए। कल्पा, छितकुल व सांगला आदि में लगभग तीन से चार फीट तक हिमपात हुआ है जबकि जिला मुख्यालय रिकांगपिओ में डेढ़ फीट हिमपात हुआ है। ग्लेशियरों के आने का खतरा भी बन गया है। ऊंचे क्षेत्रों छितकुल, राक्छम, सांगला, भावा वैली, नेसंग, असरंग, लिप्पा, कुन्नौ चारंग, ठंगी, मूरंग, नेसंग, हांगो चुलिग सहित जिला के लगभग 68 संपर्क मार्ग अवरुद्ध हैं। हलांकि लोक निर्माण विभाग बहाली में जुटा हुआ है। पेयजल की पाइपें भी जमने लगी हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत व्यवस्था भी चरमरा गई है।

वहीं, सहायक आयुक्त किन्नौर मुनीश शर्मा ने बताया कि जनजीवन प्रभावित है। हिमपात के कारण जिला के 68 संपर्क मार्ग अवरुद्ध हैं। बिजली के 144 ट्रांसफार्मर बाधित हैं। 36 पेयजल स्कीमें भी बाधित हुई हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवाजाही सुचारू है। जगह-जगह ग्लेशियर व भू-स्खलन का खतरा बढ़ गया है।


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