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घर पर मनाई जन्माष्टमी, मंदिर में नहीं मिला प्रवेश

स्थान गंज बाजार स्थित राधा कृष्ण मंदिर। समय सुबह 11.30 बजे। दि

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2020 05:02 PM (IST)Updated: Wed, 12 Aug 2020 06:15 AM (IST)
घर पर मनाई जन्माष्टमी, मंदिर में नहीं मिला प्रवेश
घर पर मनाई जन्माष्टमी, मंदिर में नहीं मिला प्रवेश

जागरण संवाददाता, शिमला

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स्थान : गंज बाजार स्थित राधा कृष्ण मंदिर।

समय : सुबह 11.30 बजे।

दिन : मंगलवार।

जन्माष्टमी पर भक्तजन दर्शन करने की आशा में राधाकृष्ण मंदिर के गेट के पास पहुंचे। बाहर खड़े सनातन धर्म सभा के पदाधिकारियों ने भक्तजनों को मंदिर बंद रहने के बारे में बताया तो उनके चेहरे पर उदासी साफ दिखाई दे रही थी। मंदिर प्रशासन की ओर से मंदिर के मुख्यद्वार पर भगवान राधाकृष्ण की अर्चा विग्रहों को पोस्टर चिपकाया था ताकि लोग निराश होकर न लौटें। दिनभर मंदिर में दर्शन करने के लिए भक्त लोगों का तांता लगा रहा। भक्तजनों ने मंदिर के बाहर माथा टेककर कोरोना महामारी से बनी परिस्थिति के सामान्य होने और परिवार की सुख शांति की कामना की।

सनातन धर्म सभा अध्यक्ष अजय सूद ने बताया कि कोरोना के प्रति एहतिहात बरतते हुए मंदिर बंद रखा गया है। ऑनलाइन दर्शन के लिए फेसबुक लाइव सुबह से राततक चलाया जा रहा है। रात को भगवान की विशेष आरती की जाएगी। इस दौरान मंदिर के पुजारी ही उपस्थित रहेंगे। इसमें भी भक्तों का प्रवेश वर्जित होगा। जन्माष्टमी पर हर साल पांच क्विटल पंजीरी का भोग बनता था और प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं को बंटता था। इस बार संक्रमण के खतरे के चलते प्रसाद की कोई व्यवस्था नहीं की गई।

शिमला में मंदिरों के बंद होने से भक्तजनों ने घर पर जन्माष्टमी मनाई। घर के मंदिर की साफ सफाई कर महिलाओं ने लड्डू गोपाल और राधा कृष्ण के विग्रहों को रंग बिरंगे कपड़ों के साथ सुसज्जित किया। जन्मोत्सव के मौके पर कई घरों में लड्डू गोपाल को रंग बिरंगे झूले में झूला झुलाया गया।

मंदिर के बाहर सजी विशेष दुकानें

जन्माष्टमी पर कई व्यापारियों ने राधाकृष्ण मंदिर के बाहर विशेष दुकानें सजाईं। पूजा सामग्री के अलावा भगवान के अर्चाविग्रहों की साज-सज्जा का सामान जैसे पोशाक, बांसुरी, मुकुट, कंगन, मोर पंख, आसन, गले की माला, तुलसी माला और घरेलू मंदिर को सजाने की चीजें दुकानों में सजाई गई थीं।

जन्माष्टमी पर घरों में कटे केक

इस बार शिमला के लोअर बाजर स्थित बेकरी की दुकान पर दुकानदार ने केक पर 50 फीसद छूट के साथ केक तैयार किए। यह केक जन्माष्टमी स्पेशल केक थे। इनमें कृष्णा, बांसुरी, मटकी, माखन और मोरपंख की कलाकृति उकेरी गई थी। बेकरी चालक तरुण राणा का कहना है कि इस बार कोरोना के कारण जन्माष्टमी को खास बनाने के लिए और लोगों पर आर्थिक बोझ न डालते हुए विशेष दामों पर ताजा केक बनाए गए हैं। इस मौके पर आधा किलो से लेकर 18 किलो केक का ऑर्डर मिला।


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