14 साल से आइटीआइ को नहीं मिला अपना भवन
उपमंडल रोहडू के तहत औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) चिड़गांव 14 साल से निजी भवन में चल रहा है।
जितेंद्र मेहता, रोहडू
उपमंडल रोहडू के तहत औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) चिड़गांव को 14 साल से अपना भवन नहीं मिला है। सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद 2019 में लोक निर्माण व तकनीकी शिक्षा विभाग भूमि के चयन तक पहुंचा। इसके बाद भवन निर्माण के लिए चिड़गांव सड़क के साथ सुंधा नामक स्थान पर भूमि चयनित हुई। लोक निर्माण विभाग ने छह करोड़ रुपये से बनने वाले पांच मंजिला भवन के लिए नक्शे के साथ तकनीकी व कागजी काम पूरे कर 2020 में टेंडर लगवाने के बाद काम शुरू किया।
ठेकेदार ने खोदाई का काम शुरू किया तो यह भूमि तकनीकी रूप से भवन निर्माण के लिए अनुपयुक्त पाई गई। इस कारण काम बंद कर इसकी रिपोर्ट जियोलाजिकल विभाग को प्रेषित की गई। इसके बाद जियोलाजिकल व लोक निर्माण विभाग की टीम ने मौका देखकर इस जगह को इतने बड़े ढांचे के लिए असुरक्षित करार दिया। भवन का नक्शा दोबारा बनाकर इसी स्थान पर दो मंजिल में 30 कमरों का भवन बनाने का निर्णय लिया गया। आज तक न तो नक्शा बना और न ही अन्य कार्य हुए।
संस्थान 14 साल से किराये के भवन में चल रहा है। इसे पहले संदासू और अब मांदली में चलाया जा रहा है। संस्थान में इलेक्ट्रीशियन व मोटर मैकेनिक के डिप्लोमा कोर्स चल रहे हैं। यहां पर भवन बन जाता है तो अन्य कोर्स भी चलाए जा सकते हैं। आइटीआइ चिड़गांव के भवन निर्माण का काम दो साल पहले सुंधा में औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शुरू किया गया था। बड़े भवन निर्माण के लिए यह भूमि तकनीकी रूप से असुरक्षित पाई गई। भवन निर्माण में दोबारा तकनीकी संशोधन किए गए हैं। अब सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं, जल्द कार्य शुरू हो जाएगा।
-दुनी चंद, सहायक अभियंता, लोनिवि उपमंडल चिड़गांव