शिक्षा नियामक आयोग के खिलाफ शिकायतों की जांच होगी
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि निजी शिक्षण संस्थान शिक्षा नियामक आयोग के खिलाफ शिकायतों की सरकार जांच करेगी। शिकायतों का कड़ा संज्ञान लिया जाएगा। चाहे वे निजी संस्थानों से संबंधित भी क्यों न हो।
राज्य ब्यूरो, शिमला : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के खिलाफ शिकायतों की सरकार जांच करेगी। शिकायतों का कड़ा संज्ञान लिया जाएगा। चाहे वह निजी शिक्षा संस्थानों से संबंधित भी क्यों न हों। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में दीक्षा समारोह के दौरान पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शिकायतों की तथ्यों के आधार पर जांच होगी।
गौरतलब है कि आयोग के अध्यक्ष डॉ. केके कटोच के खिलाफ पहले ही सरकार ने नियमित जांच बैठाकर प्रधान सचिव विधि को जांच अधिकारी लगाया है। शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक हितेश आजाद प्रोजेंटिग ऑफिसर बनाए हैं। आरोप सही पाए गए तो फिर उस सूरत में कटोच न केवल चार्जशीट होंगे बल्कि निलंबित भी हो सकते हैं। विभागीय जांच में उन पर लगे आरोप सही साबित हो चुके हैं। यह हैं आरोप
आरोप है कि आयोग अध्यक्ष ने अपने पद का दुरुपयोग किया है। कार्यालय की फर्नीचर को अपने आवास में पहुंचाया है। आयोग के कर्मचारियों ने भी अध्यक्ष पर कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करने, सरकारी वाहनों, अपने पद के दुरूपयोग के कई संगीन आरोप लगाए गए थे।
एपीजी में गड़बड़झाले के आरोप
शिमला की निजी एपीजी यूनिवर्सिटी के लॉ डिपार्टमेंट (विधि विभाग) में दाखिले में गड़बड़झाला होने के आरोप है। निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के सदस्य डॉ. एसपी कत्याल ने गड़बड़ी पकड़ी आयोग का आरोप कि कई विदेशी छात्रों के दाखिलों और डिग्री आवंटित करने में कानून को ताक पर रखा गया।