आबकारी विभाग के नौ अफसरों और कर्मचारियों पर चलेगा केस
राज्य ब्यूरो शिमला इंडियन टेक्नोमेक कंपनी से जुड़े छह हजार करोड़ से अधिक के कर- क
राज्य ब्यूरो, शिमला : इंडियन टेक्नोमेक कंपनी से जुड़े छह हजार करोड़ से अधिक के कर- कर्ज घोटाले में आबकारी एवं कराधान विभाग के नौ अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ जल्द ही कोर्ट में मुकदमा चलेगा। इनमें सेवानिवृत्त कर्मचारी भी हैं। तीसरी चार्जशीट में ये सभी आरोपित हैं।
हिमाचल सरकार से इनके अभियोजन मंजूरी मिल गई है। इनके अलावा कंपनी का एक निदेशक भी आरोपित बनाया गया है। यह चार्जशीट अब अगले सप्ताह दाखिल होगी। इससे पहले दो चार्जशीट में कुल 13 व्यक्तियों को आरोपित बनाया गया था। मुख्य आरोपित दिल्ली निवासी आरके शर्मा नाहन की कोर्ट से पहले ही भगौड़ा घोषित है। इस कारण जब वह भारत लाया जाएगा तो उसकी कोर्ट में जांच एजेंसी केवल रिपोर्ट दाखिल करेगी। सप्लीमेंट्ररी चार्जशीट दायर करने की जरूरत नहीं रहेगी। बैंकों का भी डकारा गया पैसा
बैंकों से लिए गए 1600 करोड़ रुपये के मूल कर्ज को कहां पर निवेश किया, इसकी जांच चल रही है। अब यह कर्जा ब्याज समेत ढाई हजार करोड़ तक पहुंच गया है। यह करीब 17 बैंकों से लिया गया था, लेकिन इसका भुगतान नहीं हो पाया। दुबई में है मुख्य आरोपित
बीते 23 दिसंबर को आरोपित को दुबई में इंटरपोल ने गिरफ्तार किया था। लेकिन लॉकडाउन के कारण उसे भारत नहीं लाया जा सका है। प्रदेश की नाहन कोर्ट से उसे उद्घोषित भगौड़ा यानी पीओ घोषित किया जा चुका है। उसे रेड कार्नर नोटिस भी जारी हुआ था, अगर लॉकडाउन घोषित न हुआ तो उसे भारत लाया जाता है।
क्या है मामला
आबकारी एवं कराधान विभाग की इकोनॉमिक इंटेलीजेंस यूनिट में वर्ष 2014 में इंडियन टेक्नोमेक कंपनी की गड़बड़ियों को पकड़ा। तीन साल तक यह मामला हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में चलता रहा। हिमाचल हाईकोर्ट में भी केस चला। सीआइडी ने इस पूरे मामले की गहनता से जांच की। जांच में पाया कि कंपनी ने बड़ा घोटाला किया। दो चार्जशीट कोर्ट में दाखिल हो चुकी हैं। मुख्य आरोपित आरके शर्मा लंबे अरसे से विदेश में छिपा रहा।