अव्यवस्था ने छीनी संस्थागत प्रसव की सुविधा
संवाद सहयोगी रामपुर बुशहर चार जिलों को स्वास्थ्य सेवाएं देने वाले महात्मा गांधी सेवा चिकित्स
संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर : चार जिलों को स्वास्थ्य सेवाएं देने वाले महात्मा गांधी सेवा चिकित्सा परिसर खनेरी में इन दिनों मरीज रामभरोसे ही चल रहे हैं। ऐसे में बीते एक सप्ताह में 11 गर्भवती महिलाओं को शिमला रेफर किया जा चुका है, जबकि इनके साथ अन्य ऑपरेशन भी एनेस्थिसिया चिकित्सक न होने के कारण टाले जा रहे हैं। इसका सीधा असर क्षेत्र की गरीब जनता पर पड़ रहा है।
रामपुर के खनेरी अस्पताल से कुछ दिन पूर्व तीन चिकित्सकों का तबादला हो गया है। इसमें एनेस्थिसिया, सर्जन और एक मेडिसिन के चिकित्सक शामिल हैं। इसमें सबसे अधिक परेशानी एनेस्थिसिया के चिकित्सक न होने से पेश आ रही है। इस अस्पताल में इनके न होने से उन गर्भवती महिलाओं के ऑपरेशन नहीं हो पा रहे, जिनका सीजेरियन होना है। इस कारण स्त्रीरोग विशेषज्ञों को ऐसी महिलाओं को मजबूरी में शिमला रेफर करना पड़ रहा है। इसमें कई बार तो महिला की स्थिति इतनी खराब होती है कि उनके तीमारदारों को भी मजबूरी में निजी क्लीनिकों में इलाज करवाना पड़ता है। ऐसे में यदि कोई गरीब महिला है तो उसका इलाज भी राम भरोसे हो जाता है।
लोगों का कहना है कि अस्पताल में एनेस्थिसिया का चिकित्सक होता तो किसी को कोई परेशानी नहीं होती। इसके अतिरिक्त गंभीर चोट या अन्य बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति जिसका ऑपरेशन होना है, उन्हें भी इधर-उधर नहीं भटकना पड़ता। इस अव्यवस्था से खनेरी अस्पताल की अनदेखी होने से लोगों में भी खासा रोष है। स्थानीय लोगों ने प्रदेश सरकार से मांग की कि क्षेत्र की गरीब जनता की मजबूरियों को देखते हुए जल्द से एनेस्थिसिया चिकित्सक की तैनाती रामपुर अस्पताल में की जाए।
--------------------------
बीते सप्ताह 11 के करीब महिलाओं को एनेस्थिसिया चिकित्सक न होने के कारण शिमला रेफर किया गया है। चिकित्सक को वापस लाने के लिए विभाग को पत्र भी लिखा है। एनेस्थिसिया चिकित्सक के न होने से कई अन्य ऑपरेशन भी टाले जा रहे हैं।
- डॉ. दिनेश, गायनी विशेषज्ञ, खनेरी अस्पताल।