अब फिर सात दिन ही आइसोलेट रहेंगे डाक्टर
जागरण संवाददाता शिमला इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) में कोविड ड्यूट
जागरण संवाददाता, शिमला : इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) में कोविड ड्यूटी देने वाले डाक्टरों की आइसोलेशन अवधि अब पहले की तरह सात दिन ही रहेगी। डाक्टरों के विरोध के बाद अस्पताल प्रशासन ने अपना फैसला बदल लिया है। पिछले हफ्ते अस्पताल में हुई कोर कमेटी की बैठक के बाद आइसोलेशन अवधि के कम करने का निर्णय लिया गया था। जहां आइसोलेशन समय घटाकर पांच दिन कर दिया था।
रेजीडेंट डाक्टरों ने इस फैसले का विरोध किया था। डाक्टरों का कहना था कि डाक्टर सप्ताहभर कोविड वार्ड में डयूटी देते हैं। ऐसे में घर के सभी सदस्यों से दूर रहकर समय गुजारते हैं। इसके बाद फिर से ड्यूटी पर पहुंचना पड़ता है। साथ के स्टाफ के संक्रमित हो जाने पर एक हफ्ते तक आइसोलेट रहने का प्रावधान है। आइसोलेशन अवधि कम होने की वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। विरोध के बाद प्रशासन ने डाक्टरों की बात मान ली है। आइजीएमसी में 261 कर्मचारी पहले ही संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें पीजी डाक्टरों सहित नर्सिग स्टाफ भी शामिल है।
आइजीएमसी के प्रधानाचार्य डा. रजनीश पठानिया का कहना है कि डाक्टरों के विरोध के बाद फैसला वापस लिया गया है।
जिला शिमला में 21 लोग पाए गए संक्रमित
जागरण संवाददाता, शिमला : जिला शिमला में सोमवार को 21 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं कोरोना से दो मरीजों की मौत भी हुई है। इसके अलावा 106 मरीजों ने कोरोना को मात दी है।
शिमला शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना का प्रभाव दिख रहा है। कई गांवों में रोजाना आठ से 10 लोग पॉजिटिव आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे संक्रमण से बचने के लिए विशेष एहतियात बरतें। जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकलें। बाहर निकलने पर मास्क पहनें और शारीरिक दूरी के नियमों का सख्ती से पालन करें। कोरोना के नियम का पालन न करने वालों के लिए प्रशासन ने भी सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। बिना मास्क वालों के चालान काटे जा रहे हैं।