उपाध्याय की शिक्षाएं वर्तमान में अधिक जरूरी : सैजल
प्रदेश विश्वविद्यालय की पंडित दीन दयाल उपाध्याय पीठ ने दो दिवसीय संगोष्ठी
जागरण संवाददाता, शिमला : प्रदेश विश्वविद्यालय की पंडित दीन दयाल उपाध्याय पीठ ने दो दिवसीय संगोष्ठी आयोजित की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल थे। उन्होंने कहा कि महान चिंतक, विचारक एवं शिक्षाविद दीन दयाल उपाध्याय की शिक्षाओं की प्रासंगिकता वर्तमान समय में बहुत अधिक बढ़ गई है। दीन दयाल उपाध्याय हमेशा ही एकात्मकता के साथ समाज के कल्याण को सर्वोपरि रखा तथा आर्थिक, सामाजिक सामंजस्य को बनाए रखने के लिए एक नई परिभाषा प्रतिपादित की। विवि के कुलपति आचार्य सिकंदर कुमार ने मुख्य अतिथि तथा संगोष्ठी में आए प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जब छोटे ही थे तो उनके माता-पिता का देहावसान हो गया था, लेकिन उन्होंने अपनी प्रतिभा के बल पर आर्थिक तंगी के बावजूद पढ़ाई को जारी रखते हुए प्रशासनिक सेवा में चयनित हुए। इससे पहले दीन दयाल उपाध्याय पीठ के अध्यक्ष आचार्य कमल मनोहर ने सभी अतिथियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रति कुलपति आचार्य राजिंद्र सिंह चौहान, अधिष्ठाता अध्ययन आचार्य अरविंद कालिया, विपिन कुमार, राजकुमार शर्मा, चेतराम आदि मौजूद रहे।