यहां आरोग्य सेतु एप वालों को मिल रही है प्राथमिकता, जानें कैसे काम करता है ये एप
Arogya Setu app शिमला के आइजीएमसी में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड किए गये मरीजों को प्राथमिकता मिल रही है खबर में जानिये कैसे काम करता है ये एप ।
शिमला, जेएनएन। शिमला के आइजीएमसी में अब आरोग्य सेतु एप डाउनलोड किए मरीजों को इलाज में प्राथमिकता दी जाएगी। अगर किसी मरीज ने मोबाइल फोन में यह एप डाउनलोड नहीं की होगी तो अस्पताल के गेट पर सुरक्षाकर्मी इसे डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करेंगे। अस्पताल प्रशासन ने कोरोना वायरस के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए निर्देश जारी किए हैं।
अस्पताल एमएस डॉ. जनकराज ने बताया कि अस्पताल में प्रदेश भर से रोजाना सैकड़ों लोग विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए अस्पताल पहुंचते हैं। आने वाले दिनों में अगर कोई मरीज कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो मरीज के संपर्क में आए लोगों की पहचान करना जरूरी हो जाएगा। आरोग्य सेतु एप से इन लोगों की पहचान आसानी हो सकती है क्योंकि यह एप पिछले दिनों की लोकेशन दर्शा सकता है जहां-जहां व्यक्ति गया होगा। जिन मरीजों व तीमारदारों के पास स्मार्टफोन नहीं होगा, उन पर यह नियम लागू नहीं होंगे।
एंट्री और एग्जिट गेट पर करेंगे जागरूक
आइजीएमसी में एंट्री और एग्जिट गेट पर लोगों को सुरक्षाकर्मी आरोग्य सेतु एप के प्रति जागरूक करेंगे। इसके अलावा अस्पताल प्रशासन की ओर से दाखिल मरीजों और तीमारदारों को एप के बारे में जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं। स्मार्टफोन में मौके पर ही एप डाउनलोड करवाई जा रही है।
ऐसे काम करता है एप
आपके मोबाइल फोन के ब्लूटूथ, जीपीएस और मोबाइल फोन नंबर का उपयोग कर काम करता है। इसके लिए सबसे पहले आपको गूगल प्ले स्टोर से जाकर इसे डाउनलोड करना होता है। जैसे ही आप इसे अपने फोन में इंस्टॉल करते हैं। यह आपसे अपनी भाषा चुनने को कहता है। उसके बाद यह आपसे ब्लूटूथ और जीपीएस डेटा के लिए अनुमति मांगता है। जब आप इसकी अनुमति दे देते हैं तो ये कांटैक्ट ट्रेसिंग के लिए आपके मोबाइल फोन नंबर, ब्लूटूथ और लोकेशन डेटा का उपयोग करता है और बताता है कि आप कोरोना के जोखिम के दायरे में है या नहीं।