रिपन में आज से शुरू होगी गायनी ओपीडी
जागरण संवाददाता शिमला राजधानी शिमला के दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल (रिपन) में शुक्रवार से गायड
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला के दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल (रिपन) में शुक्रवार से गायडी ओपीडी शुरू हो जाएगी। गायनी और एनेस्थीसिया विभाग में एक-एक डॉक्टर की तैनाती हुई है। इससे महिला मरीजों को काफी राहत मिलेगी।
रिपन अस्पताल में 22 जनवरी से ओपीडी सेवाएं शुरू की गई हैं। इसके चलते अब गायनी ओपीडी भी शुरू होगी। अस्पताल में विशेषज्ञ डाक्टर न होने के चलते महिला मरीजों को कमला नेहरू अस्पताल (केएनएच) भेजा जा रहा था। स्वास्थ्य विभाग की ओर से ओपीडी में अभी तक एमबीबीएस के प्रशिक्षु डाक्टरों की ड्यूटी लगाई गई थी। विभाग में एक स्त्री रोग विशेषज्ञ डाक्टर की तैनाती से मरीजों को केएनएच के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। साथ ही मरीजों का समय भी बचेगा।
अस्पताल के एमएस डा. रमेश चौहान ने बताया कि गायनी, एनेस्थीसिया, ईएनटी और स्किन विभाग में डाक्टरों की कमी चल रही है। गायनी और एनेस्थीसिया में भी डाक्टरों के दो और पद खाली पड़े हैं। विभागों में डाक्टरों की तैनाती के लिए सरकार को पत्र लिखा गया था। अभी तक अस्पताल में दो डाक्टरों के पद भरे गए हैं। गायनी डाक्टर की तैनाती से ओपीडी अब सुचारू चलेगी। इससे महिला मरीजों की परेशानी दूर होगी, वहीं एनेस्थीसिया के डाक्टर भी सेवाएं देंगे। उन्होंने बताया कि 15 जनवरी को मंत्रिमंडल की बैठक में इस अस्पताल को कोरोना समर्पित अस्पताल रहने से डीनोटिफाई किया गया था। इसलिए अस्पताल में सभी सेवाएं पूरी तरह से संचालित की जा रही हैं।
वार्डो को करवाया सैनिटाइज
रिपन अस्पताल में मेडिसिन, ऑर्थो, सर्जरी सहित विभिन्न वार्डो को सैनिटाइज करने के बाद खोल दिया गया है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि वार्डो में पहले कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा था। कोरोना का प्रभाव कम होने और अस्पताल से सभी मरीजों की छुट्टी होने के बाद वार्डो को सैनिटाइज करवाया गया है। वार्डो में मरीजों के इलाज के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। वार्डो के खुलने के बाद स्टाफ के ड्यूटी रोस्टर में बदलाव किया गया है। अभी तक कोई मरीज दाखिल नहीं हुआ है।