आइजीएमसी के पास फिर लगे कचरे के ढेर
राजधानी शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज (आइजीएमसी) के पास फिर से कचरा फेंका जा रहा है। इससे यहां पर लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज (आइजीएमसी) के पास फिर से कचरे के ढेर लग गए हैं। इससे यहां पर बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है। हालत यह है कि आइजीएमसी के पास सड़क किनारे खुले में कचरा फेंका जा रहा है। इसमें प्लास्टिक के थैलों में अस्पताल का कूड़ा-कचरा भी फेंका गया है।
नगर निगम की तरफ से आइजीएमसी के पास कूड़ादान की सुविधा भी मुहैया करवाई गई है। इसके बावजूद कूड़ा खुले में ही फेंका जा रहा है। अस्पताल प्रशासन भी इस बात से बेफिक्र है कि अस्पताल के समीप खुलेआम ही गंदगी फैली हुई है। नगर निगम को पहले भी कई बार इसके बारे में सचेत किया गया, लेकिन निगम भी थोड़े ही दिन के लिए सख्ती दिखाता है। खुले में कचरा फेंकने की वजह से रास्ते से गुजरने वाले लोगों को दुर्गध की वजह से परेशान होना पड़ रहा है।
आइजीएमसी अस्पताल में प्रदेशभर से लोग इलाज करवाने के लिए पहुंचते हैं। वहीं प्रदेश के इतने बड़े अस्पताल के समीप गंदगी के ढेर अस्पताल प्रशासन पर कई सवाल खड़े करता है। इसकी शिकायत लोगों ने कई बार प्रशासन से की है, मगर इस पर किसी की भी तरफ से कोई सख्ती नहीं दिखाई जा रही है। खुले में फैली गंदगी से बीमारी फैलने का खतरा
प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल होने की वजह से यहां पर हर रोज हजारों लोग इलाज करवाने के लिए आते हैं। ऐसे में खुलेआम फैली गंदगी की वजह से लोगों में भी बीमारी फैलने का डर बना रहता है। हाल ही में राजधानी में कोरोना संक्रमण के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। खुलेआम कचरा व लोगों का कोरोना के नियमों का उल्लंघन करना, बीमारी फैलने के डर को कहीं ज्यादा बढ़ा देता है। नगर निगम को इस बारे में शिकायत पत्र लिखा है। खुले में कचरा फेंकना अस्पताल के लिए भी चिताजनक बात है। उम्मीद यही रहेगी कि नगर निगम की तरफ से जल्द ही इसके बारे में सख्त कदम उठाया जाएगा।
- डा. जनकराज, चिकित्सा अधीक्षक, आइजीएमसी शिमला।