शिमला संसदीय क्षेत्र को तीसरी बार हिमाचल भाजपा की कमान
हिमाचल भाजपा की कमान शिमला संसदीय क्षेत्र के नेता को मिल रही है इससे पहले शिमला के सुरेश भारद्वाज और नगीन चंद्र पाल इस पद पर सेवाएं दे चुके हैं।
शिमला, जेएनएन। शिमला संसदीय क्षेत्र से तीसरी बार किसी नेता को हिमाचल भाजपा की कमान मिलने जा रही है। शिमला से सुरेश भारद्वाज और सोलन जिले के नगीन चंद्र पाल इस पद पर सेवाएं दे चुके हैं हिमाचल की राजनीति भले ही ऊपरी या निचले हिमाचल के नाम पर होती रही हो, लेकिन भाजपा में अध्यक्ष पद पर तैनाती के दौरान शुरू से ही पूरे प्रदेश को तरजीह दी जाती रही है।
पार्टी के पहले अध्यक्ष को अब के मंडी संसदीय क्षेत्र से बनाया। इसके बाद शिमला संसदीय क्षेत्र से आने वाले नगीन चंद्र पाल को पार्टी की कमान सौंपी गई। पार्टी ने कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार को 1986 से 1990 तक पार्टी की कमान दी। इसके बाद इन्होंने प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाई। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल 1993 से 1998 तक प्रदेशाध्यक्ष रहे। इसके बाद ही हिमाचल में पहली बार पांच साल के लिए भाजपा की सरकार बनी।
1998 से 2003 तक हिमाचल में भाजपा की सरकार रही। इस सरकार दौरान भाजपा के दो अध्यक्ष रहे। बिलासपुर जिले से पार्टी ने सुरेश चंदेल को और बाद में जयकृष्ण शर्मा को कमान सौंपी थी। इसके बाद शिमला से विधायक और वर्तमान सरकार में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज को पार्टी की कमान सौंपी गई।
इनका कार्यकाल खत्म होने के बाद पार्टी ने कुल्लू जिला के खिमी राम शर्मा को पार्टी की कमान सौंपी। इसके बाद ऊना जिले के सतपाल सत्ती ने 2012 में पार्टी को संभाला और आठ साल तक इस पद पर मैराथन पारी खेली।
हिमाचल भाजपा के अब तक मुखिया
नाम अवधि
गंगा सिंह ठाकुर 1980 - 83
नगीन चंद्र पाल 1984 - 86
शांता कुमार 1986 -1990
महेश्वर सिंह 1990 - 93
प्रेम कुमार धूमल 1993 - 95
प्रेम कुमार धूमल 1995 - 1998
सुरेश चंदेल 1998 - 2000
जयकृष्ण शर्मा 2000 -2003
सुरेश भारद्वाज 2003 -2007
जयराम ठाकुर 2007 - 2009
खिमी राम 2009 - 2012
सतपाल सत्ती 2012 - 2020