शिमला के गेयटी थिएटर में दिखाई जाएगी पांवटा साहिब निवासी फिल्मकार विवेक की फिल्म 'हाटी, वी एक्सिस्ट'
सिरमौर का हाटी समुदाय वर्षों से अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहा है। इस फिल्म के माध्यम से इस समुदाय की संस्कृति की एक झलक को दिखाने का प्रयास किया गया है। विवाह के माध्यम से इस फिल्म में इस समुदाय के रोज के संघर्ष व समस्याएं दिखाई गई हैं।
शिमला, जागरण टीम। सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के हाटी समुदाय पर बनी दस्तावेजी फिल्म 'हाटी, वी एक्सिस्ट' की स्क्रीनिंग इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ़ शिमला के सातवे संस्करण में दिखाई जाएगी। इस समारोह में विभिन्न देशों की 58 फिल्मों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। ये फिल्में दुनिया के विभिन्न देशों अमेरिका, बेल्जियम, मोरक्को,साउथ अफ्रीका, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, इटली, ताईवान, स्पेन से प्राप्त हुई हैं। 'हाटी, वी एक्सिस्ट' शिमला के विश्व विख्यात गेयटी थिएटर के मल्टी पर्पज हाल में 26 नवंबर दोपहर 1:45 बजे दिखाई जाएगी। देश विदेश से चयनित हुई लगभग 50 फिल्मों के बीच यह फिल्म भी अपनी छाप छोड़ेगी।अब तक पेरिस, दुबई, कोलकाता, तमिलनाडु, केरल और कई शहरों और देशों में इस फिल्म का प्रदर्शन हो चुका है और फ्रांस, दुबई, कोलकाता, मुंबई, इंडो सिंगापुर फिल्म फेस्टिवल और हिमाचल के करुकृत फिल्म फेस्टिवल में यह 'बेस्ट डाक्यूमेंट्री' का खिताब जीत चुकी है। आने वाले समय में फिल्म चाइना के गुआंगज़ोँ शहर में और केरल के थ्रिस्सूर शहर में भी दिखाई जायेगी। साथ ही मुंबई के प्रतिष्ठित यथा कथा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी यह फिल्म 27 नवंबर को दोपहर 2.30 बजे मणिबेन नानावटी वीमेन'स कॉलेज में प्रदर्शित होगी।
भारत के विख्यात डाक्यूमेंट्री फिल्मकार कमल स्वरूप ने इस फिल्म की तारीफ की और 'दिल से बनाई गई, बेहतरीन फिल्म' से संबोधित किया। वहीं अवार्ड विनिंग फिल्मकार आनंद गांधी ने मुंबई इंडी फिल्म फेस्टिवल में इस फिल्म को सराहा।
सिरमौर का हाटी समुदाय वर्षों से अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहा है। इस फिल्म के माध्यम से इस समुदाय की संस्कृति की एक झलक को दिखाने का प्रयास किया गया है। विवाह के माध्यम से इस फिल्म में इस समुदाय के दिन प्रतिदिन के संघर्षों और समस्याओं को दिखाया गया है। चुहि राम शर्मा, प्रोफेसर वीरेंद्र ठाकुर और कुंदन सिंह शास्त्री ने फिल्म में सूत्रधार का कार्य बखूभी निभाया है वहीं स्वर्गीय जगत सिंह तोमर, बलदेव तोमर और कई प्रतिष्ठित लोगों ने साक्षात्कार के ज़रिये इस समुदाय की पीड़ा बयान की है। फिल्म की शूटिंग शिलाई के मोहराड़ गांव के स्वर्गीय कंवर सिंह नेगी की पोती के विवाह के दौरान हुई और उसके बाद शरली , महासू चियोग , कंडेला, कफोटा, जामना में कुछ हिस्से फिल्माए गए। बूढी दिवाली पर्व की शूटिंग सिरमौर के दुर्गम इलाके द्राबिल में हुई।
करोना काल के कारण फिल्म की रिलीज़ प्रभावित हुई लेकिन ऑनलाइन ज़ूम एप के माध्यम से इस फिल्म को हाटी समुदाय के कुछ सदस्यों को फिल्म दिखाई गई।
इस फिल्म के निर्माता निर्देशक पांवटा साहिब के निवासी विवेक तिवारी हैं जिन्होंने दो साल पहले अपनी लघु फिल्म ‘क्लीन पौंटा ग्रीन पौंटा’ के ज़रिये इस मुहीम को देश विदेश तक पहुंचाया था। एक चैनल द्वारा प्रायोजित बनेगा स्वच्छ इंडिया कार्यक्रम के मुख्य सूत्रधार सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के समक्ष इस डाक्यूमेंट्री को देश के समक्ष प्रसारित किया गया जिसको उन्होंने काफी सराहा। विवेक तिवारी ने हाल ही में अपने बैनर ‘द अल्टीमेट मोशन पिक्चर्स’ के तले नार्थ ईस्ट इंडिया पर दूरदर्शन के लिए 13 एपिसोड की सीरीज़ का निर्माण किया था और निर्देशित भी किया था।