कर्मचारियों की सरदारी के लिए जंग तेज
हिमाचल में कर्मचारियों की सरदारी के लिए नए समीकरण बन गए हैं। कर्मचारियों की सरदारी के लिए जंग तेज हो गई है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल में कर्मचारियों की सरदारी के लिए नए समीकरण बन गए हैं। कर्मचारी नेता सुरेंद्र ठाकुर की श्रमिक कल्याण बोर्ड में ताजपोशी होने से कइयों की बांछें खिल गई हैं। अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष पद की दौड़ से वह बाहर हो गए हैं। अब अश्विनी ठाकुर, विनोद कुमार व एनआर ठाकुर नया अध्यक्ष बनाने की दौड़ में शामिल हैं।
विनोद कुमार अभी बहाल नहीं हो पाए हैं। उन्हें पूर्व सरकार ने सस्पेंड किया था जबकि मौजूदा सरकार ने नौकरी से बर्खास्त किया। नई सरकार के ध्यान में मामला आया तो बागवानी मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री ने इस केस को पूर्व सरकार का राजनीतिक उत्पीड़न का मामला करार दिया। उन्होंने विनोद कुमार को तत्काल बहाल करने के निर्देश दिए मगर अभी सरकार के निर्देशों का पालन नहीं हो पाया है। अश्रि्वनी ठाकुर गैर शिक्षक संघ के नेता हैं। उनका ताल्लुक मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र से हैं। वह शिक्षा विभाग के कर्मचारी हैं। एनआर ठाकुर महासंघ के सुरेंद्र ठाकुर की टीम के अहम सदस्य हैं। वह इस गुट के प्रदेश महासचिव भी हैं। उनका संबंध मंडी से है। वह स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी हैं और उन्हें महासंघ का अनुभव भी है। अराजपित्रत कर्मचारी महासंघ का एक और जोगटा धड़ा है। इस धड़े के मुखिया एसएस जोगटा संगठन के अलग चुनाव करवाएंगे। उन्हें पूर्व कांग्रेस सरकार ने अध्यक्ष के तौर पर मान्यता दी थी। जोगटा पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के सिपहसालार रहे हैं। आपस में टकरा रहे हित
सरकार समर्थक महासंघ नेताओं के हित आपस में टकरा रहे हैं। विनोद, अश्विनी व एनआर ठाकुर तीनों अलग-अलग चुनाव करवा रहे हैं। ज्यादातर जिलों में जिला इकाइयों का भी गठन हो गया है। अब लड़ाई महासंघ के मुखिया पद का पद हथियाने की है। इसके लिए सभी समानांतर संगठनों के पदाधिकारी सरकार के दरबार में हाजिरी भर रहे हैं। लोकतांत्रिक तरीके से होगा चुनाव
मैं असली महासंघ का अध्यक्ष हूं। बाकी सब सरकार के पिछलग्गू संगठन हैं। चुनाव करवाने की अधिसूचना जल्द जारी की जाएगी। लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव होगा।
एसएस जोगटा, प्रदेशाध्यक्ष, अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ, जोगटा गुट कर्मचारी तय करेंगे कौन पदाधिकारी बनेगा
कर्मचारियों का जबरदस्त समर्थन मिला है। अब कर्मचारी ही तय करेंगे कि राज्यस्तर की कार्यकारिणी में कौन पदाधिकारी बनेगा। जिलों में हमें बेहतर रिस्पांस मिला है।
विनोद कुमार, कर्मचारी महासंघ की तदर्थ कमेटी के अध्यक्ष श्रमिक कल्याण बोर्ड की जिम्मेदारी निभाऊंगा
मैं महासंघ के अध्यक्ष पद की दौड़ में नहीं हूं। सरकार ने श्रमिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष की बड़ी जिम्मेदारी दी है जिसका निर्वहन शिद्दत के साथ करूंगा।
सुरेंद्र ठाकुर, अध्यक्ष, श्रमिक कल्याण बोर्ड