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जनरल हाउस में प्रस्ताव पारित करवाए बिना बढ़ा दी फीस

निजी स्कूल प्रबंधकों ने शिक्षा विभाग के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए मनमाने तरीके से फीस बढ़ा दी है। शिक्षक अभिभावक संघ (पीटीए) का जनरल हाउस किए बिना ही कई निजी स्कूलों ने फीस में बढ़ौतरी की है। यही नहीं स्कूल की किताबें कॉपियां और वर्दी देने में भी मनमानी की है। अभिभावकों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री सेवा संकल्प-1100 पर की है। शिकायत के बाद शिक्षा निदेशालय ने इसको लेकर जांच बिठा दी है। निदेशक उच्चतर शिक्षा डॉ. अमरजीत शर्मा ने इसको लेकर सभी जिलों के उप शिक्षा निदेशकों को निर्देश जारी किए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Mar 2020 04:27 PM (IST)Updated: Sat, 14 Mar 2020 04:27 PM (IST)
जनरल हाउस में प्रस्ताव पारित
करवाए बिना बढ़ा दी फीस
जनरल हाउस में प्रस्ताव पारित करवाए बिना बढ़ा दी फीस

जागरण संवाददाता, शिमला : निजी स्कूल प्रबंधकों ने शिक्षा विभाग के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए मनमाने तरीके से फीस बढ़ा दी है। अभिभावक शिक्षक संघ (पीटीए) का जनरल हाउस (सामान्य सभा) किए बिना ही कई निजी स्कूलों ने फीस में बढ़ोतरी की है। स्कूल की किताबें, कॉपियां व वर्दी देने में भी मनमानी की गई है। कुछ अभिभावकों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन 1100 पर की है।

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शिकायत के बाद शिक्षा निदेशालय ने इस मामले में जांच का आदेश दिया है। निदेशक (उच्चतर शिक्षा) डॉ. अमरजीत शर्मा ने इस संबंध में सभी जिलों के शिक्षा उपनिदेशकों को निर्देश जारी किए हैं। निर्देश में कहा गया है कि वे जिलों में स्कूलों का निरीक्षण करें। यदि किसी स्कूल ने बिना जनरल हाउस में पारित प्रस्ताव के बिना फीस व फंड बढ़ाए हैं तो उन्हें नोटिस जारी कर कार्रवाई की जाए। इसकी रिपोर्ट शिक्षा निदेशालय को भेजी जाए। सूचनापट्ट पर लगाना होगा फीस का ब्रेकअप

शिक्षा निदेशक ने सभी जिलों के शिक्षा उपनिदेशकों को कहा है कि वे निजी स्कूलों का औचक निरीक्षण करें। स्कूलों में जाकर देखें कि वहां सूचनापट्ट पर फीस का ब्रेकअप लगा है या नहीं। यदि कोई स्कूल फीस का ब्रेकअप सूचनापट्ट पर नहीं लगाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करें। सत्र शुरू होने से पहले बुलाना था जनरल हाउस

शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले स्कूलों को निर्देश दिए थे कि वे अपनी मर्जी से फीस नहीं बढ़ा पाएंगे। स्कूल प्रबंधक अभिभावकों को चिह्नित दुकान से किताबें, कॉपियां और वर्दी खरीदने के लिए भी बाध्य नहीं कर पाएंगे। फीस बढ़ाने से पहले स्कूल प्रबंधन को जनरल हाउस बुलाकर अभिभावक शिक्षक संघ (पीटीए) के साथ विचार विमर्श करना होगा। शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले जनरल हाउस बुलाना होगा। किस कक्षा में कितनी फीस बढ़ाई जानी है, कब से यह फीस लागू की जाएगी, इस संबंध में अभिभावकों से सामान्य सभा में विचार विमर्श करने के बाद फीस बढ़ाने का निर्णय लागू होना था। नियमों की अवहेलना पर रद होगी एनओसी

कुछ स्थानों से फीस बढ़ाने की शिकायतें आई हैं। शिक्षा उपनिदेशकों को निर्देश दिए हैं कि वे निजी स्कूलों का औचक निरीक्षण भी करें। यदि कोई नियमों की अवहेलना करते पाया जाता है तो उस स्कूल की एनओसी रद कर दी जाएगी।

डॉ. अमरजीत शर्मा, निदेशक, उच्चतर शिक्षा


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