उत्तराखंड त्रासदी के प्रभावित परिवारों को दिलाओ मुआवजा
उत्तराखंड में हुई त्रासदी से किन्नू पंचायत के पांच युवकों की
संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर : उत्तराखंड में हुई त्रासदी से किन्नू पंचायत के पांच युवकों की जान गई थी। मृतकों के स्वजनों को कुंदन ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज व गुडविल कंपनी ने कोई राहत राशि नहीं दे रही है। विकास खंड रामपुर की किन्नू पंचायत के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपमंडलाधिकारी रामपुर सुरेंद्र मोहन के माध्यम से उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी को भेजे ज्ञापन में इस मांग को उजागर किया।
उन्होंने कहा कहा कि कंपनी के इस रवैये से मृतकों के स्वजनों में रोष है। किन्नू पंचायत के पूर्व प्रधान यशपाल झाई, चमन लाल, देव राज, सोनू रसेई आदि ने बताया कि ऋषि गंगा प्रोजेक्ट उत्तराखंड में काम करते हुए किन्नू पंचायत के पांच युवकों की जान गई थी। इसके बाद दो अप्रैल को कंपनी की ओर से लाइजिग अधिकारी पीड़ित परिवारों से मिलने आए थे और आश्वासन देकर लौट गए। बोल गए थे कि पीड़ितों की मांगों को प्रबंधन के समक्ष रखेंगे। प्रबंधन को इस पर फैसला लेने में सात दिन का समय लगेगा। अब इस पर कोई भी अधिकारी फोन पर बात नहीं कर रहे हैं। इससे साफ है कि परियोजना प्रबंधन की नीयत में खोट है और वह पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने से बचना चाहता है। उन्होंने ज्ञापन में उपायुक्त से मांग की कि वे जल्द ही परियोजना प्रबंधन को पीड़ित परिवारों की मांगों पर फैसला करने के आदेश दें। यदि ऐसा नहीं हुआ तो इस कंपनी द्वारा रामपुर में चलाए जा रहे रामपुर हाइड्रो प्रोजेक्ट और कूट हाडड्रो प्रोजेक्ट में प्रदर्शन कर उनके कार्य को बंद करने को मजबूर होंगे, जिसकी जिम्मेवारी परियोजना प्रबंधन और प्रशासन की होगी।