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शिमला हेलीपोर्ट फरवरी में, कांगणीधार को तीन माह में ऑपरेशनल करें

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पवनहंस कंपनी को शिमला हेलीपोर्ट फरवरी में

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Jan 2021 08:22 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jan 2021 08:22 PM (IST)
शिमला हेलीपोर्ट फरवरी में, कांगणीधार को तीन माह में ऑपरेशनल करें
शिमला हेलीपोर्ट फरवरी में, कांगणीधार को तीन माह में ऑपरेशनल करें

राज्य ब्यूरो, शिमला : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पवनहंस कंपनी को शिमला हेलीपोर्ट फरवरी में और मंडी कीकांगणीधार में निर्माणाधीन हेलीपोर्ट को तीन माह के भीतर ऑपरेशनल करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों से निर्माणाधीन सभी पांचों हेलीपोर्ट के निर्माण को तय समय अवधि में पूरा करने को कहा।

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जयराम ठाकुर ने शिमला में उड़ान-2 योजना के तहत हेलीपोर्ट निर्माण से संबंधित बैठक में कहा कि मंडी की कांगणीधार, कुल्लू के सासे, सोलन के बद्दी व शिमला के रामपुर व शिमला शहर में हेलीपोर्ट का निर्माण होने से पर्यटकों को बेहतर सुविधा प्राप्त होगी। सरकार ने कांगणीधार, बद्दी और रामपुर हेलीपोर्ट के निर्माण का कार्य निष्पादन एजेंसी को सौंप दिया है। शिमला और सासे हेलीपोर्ट का कार्य शीघ्र पूरा होने वाला है। इन सभी हेलीपोर्ट के निर्माण कार्यो में तेजी लाने के लिए पवनहंस कंपनी से एक तकनीकी टीम शिमला भेजने का आग्रह किया। उन्होंने कंपनी से उड़ान-2 के तहत शामिल हेलीपोर्ट के लिए एक परिचालन एवं प्रबंधन योजना प्रस्तुत करने के लिए भी कहा।

उड़ान-1 के तहत दिल्ली-शिमला-दिल्ली रूट पर एलायंस की हवाई सेवाएं बहाल करने और इन्हें नियमित रूप से संचालित करने का भी आग्रह किया। प्रदेश सरकार नागरिक उड्डयन मंत्रालय की आवश्यकतानुसार प्रस्तावित हेलीपोर्ट को सुरक्षा प्रदान करेगी। पवनहंस कंपनी के सीएमडी संजीव राजदान ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक में मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि कंपनी प्रदेश सरकार की ओर से निर्धारित समय पर हेलीपोर्ट के निर्माण कार्य को पूर्ण करने के हर संभव प्रयास करेगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय की संयुक्त सचिव ऊषा पाधी भी वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक से जुड़ीं। बैठक में बताया कि बद्दी हेलीपोर्ट के लिए अतिरिक्त फैटो व एप्रॉन और बड़े यात्री टर्मिनल भवन के लिए अतिरिक्त भूमि का चयन कर लिया गया है। सरकार कांगणीधार में तीन नए फैटो बनाना चाहती है, जबकि दो फैटो का निर्माण पहले ही किया जा चुका है। फैटो का प्रयोग हेलीकॉप्टर की पार्किंग व अति-विशिष्ट व्यक्तियों के आगमन के दौरान उनके प्रोटोकोल के अनुसार किया जाएगा।

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ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का निर्माण व्यवहारिक

भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के अध्ययन में पाया गया है कि मंडी जिला के नागचला में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का निर्माण व्यवहारिक है। प्रदेश सरकार वैपकोश के माध्यम से इस स्थल पर प्रस्तावित हवाई अड्डे के लिए लीडार सर्वेक्षण करवाएगी।


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