त्योहारी सीजन में अतिक्रमण दे सकता है हादसे को न्योता
शहर के लोअर बाजार में रोजाना बढ़ता अतिक्रमण हादसे को न्योता दे सकता है।
जागरण संवाददाता, शिमला : शहर के लोअर बाजार में रोजाना बढ़ता अतिक्रमण हादसे को न्योता दे सकता है। त्योहारी सीजन में बाजार में इन दिनों करवाचौथ को लेकर खूब खरीदारी चल रही है। जगह-जगह मनियारी की दुकानें सजी रहती हैं। वहीं महिलाएं करवाचौथ को स्पेशल बनाने के लिए खरीदारी करती नजर आ रही हैं। करवाचौथ के लिए व्यापारियों ने एक्स्ट्रा स्टाक मंगवा कर रखा है। वहीं तहबाजारियों ने भी दुकानों में अधिक सामान भर रखा है। ऐसे में अगर अग्निकांड की घटना घटती है तो बड़ा नुकसान होने की आशंका है।
त्योहारी सीजन में बाजार में अग्निकांड का खतरा बढ़ जाता है। हर बार हादसों से सीख न लेते हुए निगम प्रशासन तैयारियों पर शिकंजा नहीं कस रहा है। इसका खामियाजा व्यापारियों या आम जनता को भुगतना पड़ सकता है। बाजार में इन दिनों चलने की जगह भी नहीं रह गई है। सड़क के दोनों ओर दुकानों के बाहर तहबाजारी ही दिखते हैं। इससे बच्चों और बुजुर्गो को पैदल चलने में मुश्किल आती है।
अगर यहां पर अग्निकांड की घटना होती है तो बाजार में अग्निशमन वाहन को पहुंचने में भी काफी देर हो सकती है। आमतौर पर अग्निशमन विभाग की ओर से समय-समय पर अग्निशमन वाहन को बाजार से गुजारा जाता है, लेकिन इन दिनों अगर वाहन को माकड्रिल करवा कर बाजार से गुजारा जाए तो बाकी दिनों की तुलना में दोगुना समय लग सकता है। शायद किसी बड़े हादसे के बाद ही नगर निगम की नींद खुले। तारों का जंजाल भी बड़ा खतरा
बाजार में बिजली की तारों का जाल भी हादसों को न्योता दे रहा है। इन लटकी बिजली की तारों से कई बार लोअर बाजार, लक्कड़ बाजार सहित सब्जी मंडी में भी हाल ही में अग्निकाड हो चुके हैं, लेकिन सालों से इनकी दशा सुधारने के लिए प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा है। बिजली की तारों में शार्ट सर्किट होने से लगी आग से कई दुकानें जल चुकी हैं। भीड़भाड़ वाले लोअर बाजार व मालरोड से भी इन तारों को हटाने की मांग व्यापारी कर चुके हैं। नगर निगम प्रशासन के पास इन तारों के जंजाल को कम करने के लिए न तो कोई योजना है और न ही इन्हें सुव्यवस्थित किया जा रहा है। खामियाजा लोगों को नुकसान के रूप में भुगतना पड़ता है। अकसर बंदर इन तारों से झूलते हैं, जिससे तारें जुड़ जाती हैं और शार्ट सर्किट हो जाता है। लोअर बाजार, मिडल बाजार में घरों की छतों पर बिजली, केबल और टेलीफोन की तारें लटकी हैं। इससे हर समय हादसे का खतरा बना रहता है।