उपभोक्ताओं को लग सकता है बिजली का झटका
प्रदेश में बिजली के दामों को बढ़ाने के लिए राज्य बिजली बोर्ड ने राज्य विद्युत नियामक आयोग के पास पटीशन फाइल की है। इस पटीशन में राज्य बिजली बोर्ड ने कहा है कि उसला सालाना का खर्च करीब साढ़े पांच हजार करोड़ रुपये है। इस खर्च को पूरा करने और कर्मचारियों के वेतन भत्ते व अन्य देनदारियों
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश के लाखों उपभोक्ताओं को बिजली का झटका लग सकता है। बिजली बोर्ड ने दाम बढ़ाने के लिए राज्य विद्युत नियामक आयोग के पास पटीशन फाइल की है। इसमें हवाला दिया गया है कि बिजली बोर्ड का सालाना खर्च करीब साढ़े पांच हजार करोड़ रुपये है। इसको पूरा करने और कर्मचारियों के वेतन भत्ते व अन्य देनदारियों को पूरा करने के लिए बिजली के दामों को बढ़ाया जाना जरूरी है। दाम कितने बढ़ाए जाने हैं, इस पर अब राज्य विद्युत नियामक आयोग निर्णय लेगा। बिजली के दामों के बढ़ने से प्रदेश के लाखों घरेलू व व्यावसायिक उपभोक्ताओं पर प्रभाव पड़ेगा।
वर्ष 2019 में बिजली बोर्ड ने बीस फीसद दाम बढ़ाने का प्रस्ताव दिया था। इस संबंध में राज्य विद्युत नियामक आयोग ने जनसुनवाई करवाई थी, जिसमें दाम बढ़ाने का विरोध किया गया था। तब पुराने दाम में 0.4 फीसद की वृद्धि की गई थी। इसे बिजली बोर्ड ने बहुत कम बताया था। अब फिर से बिजली के दामों को बढ़ाने के लिए पटीशन दायर की गई है।
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अप्रैल 2018 में 20 पैसे बढ़ाए थे दाम
अप्रैल 2018 में प्रदेश में बिजली के दाम उपभोक्ताओं द्वारा 125 यूनिट से अधिक बिजली खपत करने पर 20 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाया गया। अस्पतालों व सरकारी संस्थानों में बिजली के दाम को डेढ़ फीसद जबकि पीने के पानी के पंपों के लिए बिजली के दाम को तीन फीसद बढ़ाया था। राज्य बिजली बोर्ड को वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान बढ़ हुए दाम से 140 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हुआ।
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हिमाचल में बिजली के दाम प्रति यूनिट रुपये में
यूनिट,उपभोक्ता,दाम प्रति यूनिट,सब्सिडी,सब्सिडी के बाद दाम
0-60,घरेलू,3.30,2.30,1.00
0-125,अन्य,3.95,2.40,1.55
126-300,अन्य,4.85,1.90,2.95
301 से अधिक,अन्य,5.45,1.05,4.40
प्रीपेड मीटर,अन्य,4.85,1.90,2.95