किसानों को नहीं मिल रहे फूलगोभी व मटर के दाम
संवाद सूत्र ठियोग अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण मौसमी फसलों क
संवाद सूत्र, ठियोग : अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण मौसमी फसलों की मांग घटने से ऊपरी शिमला के किसानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। यहां पर किसानों को फूलगोभी के तीन से पांच रुपये प्रति किलो के दाम मिल रहे हैं। गोभी के इतने कम दाम मिलने से जहां एक ओर किसानों में निराशा है, वहीं दूसरी ओर कुछ किसानों ने अपनी फसल को मुफ्त में खेत से उठाने की पेशकश की है।
दिल्ली, पंजाब में कोरोना लॉकडाउन के कारण ऊपरी शिमला की पराला मंडी में शनिवार को फूलगोभी तीन से पांच रुपये प्रति किलो जबकि मटर को 15 से 45 रुपये प्रति किलो बिका। मंडी में मटर और फूलगोभी फसल की आमद दो दिन में कम रही जबकि शुक्रवार को मंडी में 310 क्विंटल गोभी व 110 क्विंटल मटर की आमद रही। शनिवार को यह आमद घट कर 90 क्विंटल की औसत रही।
किसानों को अपनी फसल के इतने कम दाम मिलने के बावजूद बाजार में फूल गोभी के बिकने का परचून दाम 15 से 20 रुपये प्रति किलो ही चल रहा है। किसान अपनी फसल को इतने कम दाम पर बेचने के लिए मजबूर हैं।
जैस पंचायत के दिनेश हेट्टा ने सरकार से किसानों को मिल रहे दाम और बाजार में बिकने के दाम में भारी अंतर पर लगाम लगाने की मांग की है। किसानों को गोभी की फसल के बीज, कीटनाशक, मजदूरी, पैकिग और अन्य खर्च मिलाकर पांच-सात रुपये प्रति किलो खर्च वहन करना पड़ता है लेकिन अपनी लागत से भी कम खरीद मूल्य मिलने से उसकी माली हालात पर विपरीत असर पड़ता है।