वाट्सग्रुप पर डाक्टर बताएंगे अपनी उपस्थिति
जागरण संवाददाता शिमला कोविड वार्ड में राउंड लगाने वाले डाक्टरों को अब वाट्सएप ग्रुप पर अपन
जागरण संवाददाता, शिमला : कोविड वार्ड में राउंड लगाने वाले डाक्टरों को अब वाट्सएप ग्रुप पर अपनी उपस्थिति दर्शानी होगी। रेजिडेंट्स डाक्टरों के साथ अब विशेषज्ञ डाक्टर राउंड करने नियमित तौर पर जाएंगे। इससे मरीजों को बड़ी राहत मिलने वाली है। अस्पताल में पिछले दिनों विशेषज्ञ डाक्टरों के कोरोना वार्डो में न जाने की बात सामने आई थी। कई मरीजों व तीमारदारों ने आरोप लगाए थे कि विशेषज्ञ डाक्टर नियमित तौर पर वार्ड के राउंड नहीं लगाते हैं, इसलिए कई बार मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ती है।
इसके बाद सरकार ने निर्देश दिए थे कि प्रशासन सुनिश्चित करे कि कोरोना वार्डो में लगातार विशेषज्ञ डाक्टर राउंड पर जाएं। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने डाक्टरों को वाट्सएप ग्रुपों में अपनी फोटो अपलोड करने को कहा है। इस फैसले से पहले कोरोना वार्डो में रेजिडेंट डाक्टरों की ड्यूटी रोस्टर के आधार पर लगती थी और विशेषज्ञ डाक्टर जरूरत होने पर दिन में राउंड पर आते थे।
अस्पताल के प्रधानाचार्य डा. रजनीश पठानिया ने बताया ऑफिशियल रिकॉर्ड के लिए डाक्टरों को वाट्सएप ग्रुपों में फोटो शेयर करने के लिए कहा गया है। ऐसा इसलिए भी किया जा रहा है ताकि आने वाले समय में डाक्टरों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े न किए जाएं। कोरोना से संक्रमित हो चुका है 260 से अधिक स्टाफ
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि कोरोना के शुरुआती दौर से लेकर मौजूदा समय तक विशेषज्ञ डाक्टर मरीजों की देखभाल के लिए नियमित तौर पर राउंड करते हैं। अस्पताल में अभी तक करीब 260 से अधिक स्टाफ सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं 60 से अधिक डाक्टर भी पॉजिटिव पाए गए हैं। ये डाक्टर कोरोना के अलावा अन्य विभागों में ड्यूटी दे रहे थे। प्रशासन का कहना है कि डाक्टरों सहित अन्य पैरामेडिकल स्टाफ, सुरक्षा कर्मियों से लेकर सफाई कर्मी मरीजों की देखभाल में दिन-रात जुटे हुए हैं। अस्पताल में करीब 80 मरीज दाखिल
अस्पताल में कोरोना वार्डो में करीब 80 मरीज दाखिल हैं। प्रदेश में कोरोना की खराब स्थिति को देखते हुए अस्पताल में बैडों की संख्या बढ़ाई गई है। अभी तक अस्पताल के ई-ब्लॉक, न्यू ओपीडी और प्री-फेब्रिकेटिड अस्पताल को मिलाकर बैडों की संख्या 250 हो गई है। जहां 82 से अधिक आइसीयू बैडों की भी व्यवस्था है।