शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर स्थान हासिल करने वाली छात्राएं सम्मानित
जागरण संवाददाता शिमला उपायुक्त कार्यालय के बचत भवन में उपायुक्त आदित्य नेगी ने बेटी बचाओ-बे
जागरण संवाददाता, शिमला : उपायुक्त कार्यालय के बचत भवन में उपायुक्त आदित्य नेगी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की शपथ दिलाकर हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ किया। इसके अलावा उपायुक्त आदित्य नेगी ने शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर स्थान हासिल करने वाली छात्राओं को प्रशस्ति पत्र, पांच-पांच हजार रुपये का चेक व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत ग्लोरी इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल से चारवी साप्टा, अराधना पब्लिक स्कूल रोहडू से श्रुति जोगटा, क्रिसेंट पब्लिक स्कूल टुटू से नेहा शर्मा, सरस्वती विद्या मंदिर सुन्नी से अंजली, पोर्टमोर स्कूल से शगुन कौशल, अवंतिका व श्रद्धा चौहान, रामपुर से श्रुति कश्यप, सरस्वती विद्या मंदिर कुमारसैन से सुनिता गौतम, जुग्गर स्कूल से साक्षी शर्मा, चियोग स्कूल से सिमरन शर्मा व फागली स्कूल से भावना वर्मा, डीएवी पब्लिक स्कूल ठियोग से मनीषा ठाकुर, हिमालयन पब्लिक स्कूल नेरवा से इशिता, ग्लोरीन इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल रोहडू से नाव्या जनारथा, नेरवा से पूजा कुमारी व डीएवी पब्लिक स्कूल ठियोग से स्नेहा, मतियाना से ईशा गुप्ता, दत्तनगर से स्वाति शर्मा व शगुन शर्मा को सम्मानित किया।
सशक्त महिला योजना के तहत छात्राओं को उनके बैंक खाते में पांच हजार रुपये की राशि वितरित की गई। इसके अलावा उपायुक्त ने नवजात आन्य और रिया को कंबल बांटे। इस मौके पर एसडीएम शिमला शहरी मंजीत शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी वंदना चौहान, समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी व छात्राएं उपस्थित थीं। घरेलू हिसा, पोक्सो अधिनियम पर चर्चा
कार्यक्रम में विवि के लोक प्रशासन विभाग से प्रो. ममता मोक्टा ने लिग संवेदीकरण, न्यायाधीश विकास गुप्ता व अधिवक्ता किरण ने घरेलू हिसा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीर ठाकुर ने पोक्सो अधिनियम, जिला कार्यक्रम अधिकारी स्वास्थ्य डा. महेश जस्वाल व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुरेखा चोपड़ा ने प्रसव पूर्व लिग जांच के बारे में अपने विचार रखे। बच्चों के यौन शोषण पर जागरूकता पर आधारित शॉर्ट फिल्म दिखाई गई। शिमला में 999.2 पहुंचा लिगानुपात
उपायुक्त नेगी ने बताया कि दूरदराज क्षेत्रों में जाकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। शिमला में एक हजार लड़कों के मुकाबले लड़कियों का लिगानुपात 999.72 पहुंच चुका है।